१७ लाख रुपए की लागत में तिरुपति पहुंची वोटींग मशीन
-
१४ हजार मशीनों की मेमोरी साफ की जा रही है
-
वर्ष २०१४ के लोकसभा व जिप चुनाव निपटाये थे
-
एसटी महामंडल अब भी १५-२० रुपए प्रति किलोमीटर घाटे में
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१६ – लॉकडाउन की वजह से एसटी महामंडल की बसेस बंद होने के कारण महामंडल को काफी घाटा हुआ है. फिलहाल जिले में चल रही १२५ बसों से महामंडल को १५-२० रुपए प्रति किलोमीटर घाटा उठाना पड रहा है. इस बात को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से वर्ष २०१४ के लोकसभा व जिप चुनाव का काम निपटाने के बाद १४ हजार वोटींग मशीन तिरुपति के लिए मेमोरी साफ करने के उद्देश्य से रवाना की गई है. इसके लिए महामंडल की १७ बसेस १७ लाख रुपए के किराये पर रवाना की गई थी. इसका किराया फिलहाल मिलना बाकी है. चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद वोटींग मशीन की मेमोरी साफ करने और अन्य खामियां दूर करने के लिए मरम्मत हेतू वोटींग मशीन तिरुपति भेजी जाती है. इस बार जिला प्रशासन ने ट्रक के माध्यम से भेजने की बजाय १४ हजार वोटींग मशीन एसटी महामंडल के ट्रान्सपोर्ट व्दारा भेजने का निर्णय लिया. जाने के लिए ४५ रुपए प्रति किलोमीटर और आने के लिए ३५ रुपए प्रति किलोमीटर दर तय की गई. एक वाहन में करीब ९० मशीन रखी गई, इस तरह १७ लाख रुपए की लागत से १७ बसों में करीब १४ हजार मशीन रखी गई. एक बस के पीछे एक चालक, एक वाहक और चार मैकेनिक यूनीट इस तरह ४० कर्मचारी रवाना हुए. मगर जिला प्रशासन की ओर से अब तक महामंडल को उस ट्रान्सपोर्टिंग का किराया मिलना बाकी है, जबकि एसटी महामंडल के कर्मचारियों का पिछले दो माह से वेतन ही नहीं हुआ है. कर्मचारी अपने वेतन की आस लगाकर बैठे है.