* चार घंटे में होगा फासला तय
वर्धा/दि.10- वर्धा से नांदेड रेलवे लाइन का पहला चरण पूर्ण होने जा रहा है. आगामी दिसंबर तक इस मार्ग से ट्रेनें चलने लगेगी. आज सांसद रामदास तडस ने नागपुर मंडल के रेल प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता प्रशांत नेलिकवार के साथ मार्ग का कार्य का अवलोकन किया. इस समय अन्य अधिकारी और इंजीनियर भी मौजूद थे.
पहला चरण वर्धा से यवतमाल 78 किमी और दूसरा चरण यवतमाल से नांदेड 206 किमी है. कुल फासला 284 किमी की रेल लाइन 3500 करोड रुपए की लागत से पूर्ण हो रही है.
सांसद तडस को प्रबंधक श्रीवास्तव ने बताया कि, पहले चरण का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है. मार्ग पर 15 प्रमुख पुल, 29 सुरंग और 5 फ्लायओवर है. वर्धा से कलंब तक 40 किमी रेल लाइन बन गई है. देवली स्टेशन का ढाचागत कार्य पूरा हो गया है. प्लेटफार्म व अन्य कार्य अंतिम चरण में है. अगली जनवरी से वर्धा-देवली से कलंब रुट पर ट्रेन चलने की संभावना है. सांसद तडस ने कहा कि रेल लाइन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्दारा कराने की योजना है.
रेलवे ने देवली स्टेशन के भव्य प्रवेश व्दार पर स्वाधीनता सेनानियों की मूर्तियां लगाने के साथ अन्य स्मृतियों को ताजा करने का सोचा है. 2009 में स्वीकृत वर्धा-यवतमाल-नांदेड रेल लाइन का काम वास्तव में 2016 में मोदी सरकार आने के बाद ही शुरु हुआ था. इस परियोजना की कार्य की निगरानी प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रगति पोर्टल के माध्यम से की जा रही है. रेल यात्रा परीक्षण नवंबर या दिसंबर में होगा. यह मार्ग पूरा हो जाए तो वर्धा से नांदेड पहुंचने में केवल चार घंटे लगेंगे. अभी साढे दस घंटे लगते हैं. विदर्भ व मराठवाडा को जोडने वाला एक अच्छा विकल्प होगा और नागरिक कम पैसे में बडी दूरी तय करेंगे. रेल मार्ग चित्र लोकार्पित होने की संभावना है.