ललीत पाटिल को भगाने में हमारी कोई भूमिका नहीं
ससुन के डीन डॉ. ठाकुर का कथन
* पाटिल के लिए किसी नेता का फोन आने की बात से किया इंकार
पुणे/दि.4– मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहने वाला ललीत पाटिल विगत दिनों ससुन अस्पताल से भाग निकला था. जिसे लेकर अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. संजीव ठाकुर पर आरोप लगाया गया था कि, उन्होंने ससुन अस्पताल में रहते समय किसी नेता के कहने पर ललीत पाटिल को वीआईपी ट्रिटमेंट दी थी तथा उसे अस्पताल से भागने में मदद भी की थी. जिसे लेकर अपनी ओर से स्पष्टीकरण जारी करते हुए डॉ. ठाकुर ने कहा कि, एक डीन पर कॉलेज व अस्पताल की देखरेख करने का जिम्मा होता है. वहीं अस्पताल पर मेडिकल व्यवस्थापक का नियंत्रण होता है और डॉक्टरों का काम मरीजों का इलाज करना होता है. ललीत पाटिल जैसे अनेकों आरोपी हमारे अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराए जाते है. जिनके साथ हमारा पहले से कोई संबंध नहीं रहता और आगे चलकर भी कोई संबंध नहीं होता. ऐसे में आरोप लगाने वालों ने पहले सबूत दिखाने चाहिए. साथ ही उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि, उनके पास ललीत पाटिल के लिए किसी राजनेता का कोई फोन आया था और उन्होंने किसी के कहने पर आरोपी को कोई वीआईपी ट्रिटमेंट दी थी, बल्कि उनका कहना रहा कि, ऐसे आरोपी मरीजों का कब्जा पुलिस के पास रहता है और हमारे मेडिकल स्टाफ का काम केवल उन्हें इलाज उपलब्ध कराना होता है.