हमारे पास पर्याप्त संख्या में अस्पताल व बेड
किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं,जिलाधीश शैलेश नवाल का प्रतिपादन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.५-गत रोज ऐसी खबरे सामने आयी थी कि, अमरावती के तीनों निजी कोविड अस्पतालों सहित यहां के सरकारी कोविड अस्पताल में भी अब कोरोना संक्रमित मरीजों को एडमिट करने के लिए बेड नहीं बचे हुए है और इसी वजह से प्रशासन द्वारा अब कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आयसोलेशन के तहत रहने की छूट दी जा रही है. जबकि ऐसा नहीं है. ्नयोंकि प्रशासन के पास मरीजों को एडमिट करने हेतु पर्याप्त संख्या में अस्पताल और बेड उपलब्ध है तथा होम आयसोलेशन के बारे में २५ जुलाई को ही सरकारी आदेश मिल चुका था और १ अगस्त को ही स्थानीय प्रशासन ने परिपत्रक जारी किया था. ऐसे में किसी ने भी स्वास्थ्य संबंधि सुविधाओं को लेकर qचतीत नहीं होना चाहिए और बिल्कूल भी डरना अथवा घबराना नहीं चाहिये. इस आशय का प्रतिपादन जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा किया गया. इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमितों का इलाज करने हेतु पर्याप्त व्यवस्थाएं करने के साथ-साथ कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे है. ऐसे में लोगों ने बेसिरपैर की बातों पर कतई भरोसा नहीं करना चाहिये और प्रशासन द्वारा रोजाना जो जानकारियां दी जा रही है तथा निर्देश जारी किये जा रहे है, उन पर ध्यान रखना चाहिये. जिलाधीश नवाल ने बताया कि, अमरावती में एक सरकारी कोविड अस्पताल सहित तीन निजी कोविड अस्पताल बनाये गये है. वहीं अचलपुर में ५० बेड की क्षमतावाला, मोझरी में १५० बेड की क्षमतावाला तथा नांदगांव में ५० बेड की क्षमतावाला कोविड केयर सेंटर तैयार है. इन सभी अस्पतालों में सामान्य बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन व वेंटिलेटरवाले बेड एवं आयसीयू की तमाम व्यवस्थाएं है. ऐसे में किसी ने भी इसे लेकर घबराना नहीं चाहिये. इस समय जिले में लगातार बढ रही कोरोना संक्रमितोें की संख्या और आये दिन हो रही कोरोना संक्रमितों की मौतों के संदर्भ में पूछे गये सवाल पर जिलाधीश नवाल ने कहा कि, इन दिनों कोरोना के साथ-साथ सारी के मरीज भी बडी संख्या में पाये जा रहे है, जिनमें कोरोना सदृष्य लक्षण दिखाई दे रहे है. वहीं दूसरी ओर इससे पहले कोरोना संक्रमित मरीजों की मौतों का प्रमाण साढे बारह प्रतिशत के आसपास था, जो अब घटकर मात्र २.९ प्रतिशत के आसपास रह गया है. हालांकि इसके बावजूद शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढती संख्या और आये दिन हो रहीं मौतों को चिंताजनक कहा जा सकता है. जिलाधीश नवाल ने कहा कि, इससे पहले कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन लॉकडाउन इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं है और लोगों को अपनी जीवनशैली और आदतों में परिवर्तन लाना ही पडेगा. व्यापक जनसहभागिता के जरिये ही इस बीमारी के खतरे से बचा जा सकता है. जिलाधीश नवाल ने इस साक्षात्कार में जोर देकर कहा कि, प्रशासन की ओर से जारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के मामलों में रोजाना ही आठ से दस हजार रूपये जुर्माने की राशि वसूल की जा रही है. जिसका सीधा मतलब है कि, लोगोें में इस बीमारी को लेकर डर कम हुआ है और लोगबाग काफी हद तक बेफिक्र हो गये है. यह पूरी तरह से गलत है. इससे बीमारी का खतरा और भी अधिक बढ सकता है. जिलाधीश नवाल के मुताबिक इस समय हम सभी लोग कोरोना के ‘पीक पाइंट‘ पर पहुंच चुके है. ऐसे में आगामी डेढ माह तक सभी को काफी ऐहतियात बरतनी होगी.
शहर में और भी निजी कोविड अस्पताल खोले जायेंगे वहीं कोरोना से संबंधित मसले को लेकर निगमायुक्त प्रशांत रोडे से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि, इस समय प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु दिन-रात काम किया जा रहा है. qकतु जबसे सरकार एवं प्रशासन ने लॉकडाउन में ढील दी है, तब से लोगोें में निर्देशों एवं सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीरता कम हो गयी है, जबकि मास्क एवं सोशल डिस्टन्सिंग के नियमों का पालन करना सबसे जरूरी है. निगमायुक्त रोडे के मुताबिक लंबे समय तक लॉकडाउन को जारी नहीं रखा जा सकता. इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार एवं प्रशासन ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की. ऐसे में लोगोें को चाहिए कि, यदि उनके लिए अपने घर से बाहर निकलना जरूरी है तो, वे मास्क व सैनिटाईजर का आवश्यक रूप से प्रयोग करे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जिन लोगोें को स्वास्थ्य संबंधि कोई भी दिक्कत है, वे तुरंत ही अपनी स्वास्थ्य जांच कराये, क्योंकि प्रारंभिक चरण में रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर मरीज को बचाये जाने की काफी अधिक संभावना होती है. अन्यथा स्थिति बिगड भी सकती है. वहीं उन्होंने यह जानकारी भी दी कि, मनपा प्रशासन द्वारा आयएमए के सभी सदस्यों से संपर्क करते हुए अस्पताल की सुविधा रहनेवाले डॉक्टरों से अपने अस्पतालोें में कोविड हॉस्पिटल खोलने हेतु आगे आने का आवाहन किया जा रहा है.