जब एकनाथ खडसे ने बताया 25 करोड़ का किस्सा
अजीत दादा के कार्यालय से आया फोन...
मुंबई/दि.5- विधान मंडल का पावस सत्र शुक्रवार को संपन्न हुआ. सत्र में सत्तापक्ष, विपक्ष अनेक मुद्दों पर आमने-सामने आया. ऐसे में शरद पवार गट के राकांपा विधायक एकनाथ खडसे ने अजीत पवार से संबंधित एक वाकया बताया.
खडसे ने बताया कि उन्हें अजीत दादा के कार्यालय से फोन आया. कौन किसकी तरफ है, यह पता नहीं चल पा रहा था. अजीत दादा को लगा कि खडसे उनके साथ है. इसलिए फोन आया था. लोनिवि के 25 करोड़ के काम भेजने कहा गया. उन्हें हैरानी हुई. बार-बार फालोअप के बाद भी काम नहीं पहुंचे. उसके बाद जब मैंने पता लगाया तो ध्यान में आया कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र के काफी काम हो चुके हैं. किन्तु प्रत्यक्ष में सड़कें बनी ही नहीं. फिर फंड कहां गया? खडसे ने शिकायत दी. सड़कें न बनते हुए बिल पास हुए. सरकार ने उसकी जांच की. रिपोर्ट में कहा गया कि शिकायत में तथ्य है. किन्तु कार्रवाई शून्य. कार्रवाई नहीं होगी. जलगांव शहर में 75 करोड़ के तीन काम. हकीकत में काम हुए ही नहीं. किन्तु बिल तैयार. फाइल आयुक्त के टेबल पर. काम न करते हुए बिल निकाले जा रहे थे. प्रशांत सोनावणे नामक अभियंता 15 वर्षों से हमारे जलगांव में है. उनका ट्रांसफर किया गया था. किन्तु दोबारा वहीं पद दे दिया गया. कहां है नियम? खडसे ने उपमुख्यमंत्री से पूछा 15 वर्ष एक ही जगह रहने का नियम है क्या?