एमआईएम से टिकट कटा, तो मुस्लिम लीग से नामांकन भरा हाजी इरफान ने
मुस्लिम बहुल क्षेत्र में ऐन समय पर पलटी ‘अंदरबट्टे’ की राजनीति
* मुस्लिम मतदाताओं सहित एमआईएम पदाधिकारियों का पूरा साथ मिलने का जताया विश्वास
अमरावती /दि.29- हाल ही में बडे धूम-धडाके के साथ मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानि एमआईएम में प्रवेश करने वाले हाजी इरफान को अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये जाने की बात से एमआईएम के नेता ऐन समय पर मुकर गये. जिसके बाद ‘अंदरबट्टे’ की राजनीति जमकर तेज हुई और इसके बाद मुस्लिम लीग ने आनन-फानन में हाजी इरफान के नाम पार्टी का ए-बी फॉर्म जारी करते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया. जिसके उपरान्त हाजी इरफान ने आज नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन मुस्लिम लीग प्रत्याशी के तौर पर अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया. साथ ही यह दावा भी किया कि, भले ही एमआईएम के प्रदेश नेतृत्व ने अपनी राजनीति के चक्कर में उन्हें ऐन समय पर टिकट देने से इंकार कर दिया. लेकिन अमरावती शहर के तमाम मुस्लिम मतदाताओं के साथ ही एमआईएम के सभी स्थानीय पदाधिकारी भी उनकी दावेदारी के समर्थन में है.
बता दें कि, शहर के ख्यातनाम बिल्डर व समाजसेवी के तौर पर पहचान रखने वाले हाजी इरफान खान को इस बार विधानसभा चुनाव में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चाएं विगत एक सप्ताह से चल रही थी. जिसके बाद बीते सप्ताह शुक्रवार की रात बडी धूमधाम के साथ हाजी इरफान ने एमआईएम में प्रवेश किया और एमआईएम के सभी स्थानीय पदाधिकारियों ने भी उनका पार्टी में जोरदार स्वागत किया. इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया था कि, हाजी इरफान इस बार अमरावती विधानसभा क्षेत्र में एमआईएम के प्रत्याशी होंगे. लेकिन शनिवार से सोमवार तक 3 दिन का समय बीत जाने के बावजूद भी एमआईएम के प्रदेश नेतृत्व द्वारा हाजी इरफान के नाम पर पार्टी का ए-बी फॉर्म जारी नहीं किया गया. जिसके चलते एमआईएम में कुछ अलग ही खिचडी पकने की सुगबुगाहट तेज हो गई थी. वहीं सोमवार की शाम होते-होते यह काफी हद तक तय हो गया था कि, एमआईएम इस बार अमरावती शहर व जिले सहित विदर्भ के किसी भी विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरने जा रही. जिसके चलते यह स्पष्ट हो गया कि, हाजी इरफान अमरावती सीट से एमआईएम के प्रत्याशी नहीं होंगे. इस बात का पता चलते ही मुस्लिम लीग के स्थानीय नेताओं ने तुरंत ही हाजी इरफान से संपर्क साधते हुए उन्हें मुस्लिम लीग के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने का ऑफर दिया. जिसे हाजी इरफान ने स्वीकार भी कर लिया और आज सुबह मुस्लिम लीग की ओर से ए-बी फॉर्म मिलते ही हाजी इरफान ने अमरावती के नया तहसील कार्यालय पहुंचकर मुस्लिम लीग प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया.
विशेष उल्लेखनीय है कि, मुस्लिम लीग के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान अशरफी, एमआईएम के सलाउद्दीन खान, फहीम अहमद, शब्बीर शेख, हाफिज ताहीर शाह, मो. रिजवान जैसे कुछ चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ बडे ही सादगीपूर्ण ढंग से नामांकन दाखिल करने हेतु तहसील कार्यालय पहुंचे हाजी इरफान खान का कहना रहा कि, इस समय पर्व एवं त्यौहार का समय रहने के चलते शहर के बाजारों में पहले से ही काफी भीडभाड वाला माहौल है. ऐसे में वे भारी भरकम नामांकन रैली निकालकर आम लोगों को तकलीफ में नहीं डालना चाहते थे. इसके साथ ही हाजी इरफान खान ने यह दावा भी किया कि, भले ही एमआईएम के बडे नेताओं ने उन्हें ऐन समय पर टिकट देने से इंकार कर दिया है. लेकिन एमआईएम के सभी स्थानीय पदाधिकारी उनके समर्थन में है. इसके अलावा उन्हें मुस्लिम मतदाताओं की ओर से भी भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है तथा मुस्लिम बहुल क्षेत्र से उठ रही ‘अबकी बार मुस्लिम आमदार’ की मांग को ध्यान में रखते हुए ही उन्होंने अमरावती विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडने का निर्णय लिया है.