सीएम ही क्यों, यूपीए अध्यक्ष बनाया जाए पवार को
मंत्री यशोमति ठाकुर के बयान पर शिवसेना की ओर से आया जवाब
* सेना नेता निलम गोर्हे ने यशोमति ठाकुर को दी प्रस्ताव पेश करने की सलाह
मुंबई/दि.11– गत रोज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार अमरावती जिले के दौरे पर थे. जहां उनकी उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने अपने भाषण में कहा था कि, यदि आज शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे होते, तो राज्य का चित्र कुछ अलग रहा होता. उल्लेखनीय है कि, इस समय मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास है और खुद शिवसेना के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री के पद पर आसीन है. ऐसे में मंत्री यशोमति ठाकुर का बयान शिवसेना को काफी नागवार गुजरा है. ऐसे में बीती रात शिवसेना की प्रवक्ता व विधान परिषद की उपसभापति डॉ. निलम गोर्हे ने एक वीडियो जारी करते हुए यशोमति ठाकुर के बयान का जवाब दिया है. जिसके डॉ. गोर्हे ने कहा है कि, शरद पवार को राज्य का मुख्यमंत्री बनाये जाने के बजाय यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, ताकि उनके नेतृत्व कौशल का समूचे देश को लाभ मिले और इसके लिए खूद यशोमति ठाकुर ने आगे बढकर यूपीए में प्रस्ताव रखने को लेकर पहल करनी चाहिए.
बता दें कि, विगत लंबे समय से राज्य की महाविकास आघाडी का घटक रहने वाले शिवसेना व राष्ट्रवादी कांग्रेस में काफी हद तक तल्खिया बढी हुई है. वहीं अब कांग्रेस से वास्ता रखने वाली यशोमति ठाकुर ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के नेतृत्व को निर्विवाद बताते हुए गत रोज यहां तक कह दिया कि, इस समय राज्य के मुख्यमंत्री पद पर शरद पवार होने चाहिए थे. जिससे एक बार फिर महाविकास आघाडी में रहने वाली रार व तकरार खुलकर कुछ हद तक सामने आयी है. वहीं दुसरी ओर विगत कुछ समय से कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानि यूपीए के अध्यक्ष पद को लेकर भी चर्चाएं चल रही है और फिलहाल यूपीए की अध्यक्ष रहने वाली सोनिया गांधी के स्थान पर इस पद की कमान किसी अन्य नेता को सौंपे जाने की चर्चाएं व कोशिशें तेज है. हालांकि खुद शरद पवार ने यूपीए का अध्यक्ष पर स्विकारने से इंकार करते हुए कहा था कि, यूपीए में मौजूदा व्यवस्था ही कायम रहनी चाहिए. लेकिन अब मंत्री यशोमति ठाकुर के बयान का जवाब देते हुए शिवसेना द्बारा यूपीए के अध्यक्ष पद को लेकर एक बार फिर एक नई बहस को पैदा कर दिया गया है. साथ ही मंत्री यशोमति ठाकुर को ही सलाह दी गई है कि, वे इसके लिए अपनी ओर से अपनी पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गांधी के समक्ष प्रस्ताव पेश करें, ताकि शरद पवार के नेतृत्व कौशल का लाभ केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश को हो सके.
* क्या कहा था मंत्री यशोमति ठाकुर ने
गत रोज अमरावती कीश्री शिवाजी शिक्षा संस्था द्बारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा अमरावती की जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा था कि, आज यदि राज्य के मुख्यमंत्री का पद शरद पवार के पास रहा होता, तो राज्य की स्थिति काफी कुछ अलग रही होती. मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा था कि, शरद पवार ने अब तक चार बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है और उनके कार्यकाल में राज्य में हर क्षेत्र में शानदार प्रगति की. वहीं इस समय शरद पवार के नेतृत्व में ही महाविकास आघाडी की सरकार चल रही है. ऐसे में अगर शरद पवार के पास ही मुख्यमंत्री का पद रहा होता, तो यह और भी अधिक असरकारक रहा होता. लेकिन मंत्री यशोमति ठाकुर द्बारा दिया गया यह बयान शिवसेना को काफी हद तक नागवार गुजरा है और अब शिवसेना की ओर से इसे लेकर जवाब आया है.