अमरावती में कुलगुरु पद के लिए एक भी व्यक्ति पात्र क्यों नहीं?
क्या नागपुर के डॉ. मिलिंद बाराहाते को नियुक्ति देने का चल रहा षडयंत्र
* युवक कांग्रेस ने पत्रवार्ता में उठाया सवाल
अमरावती /दि.18– संत गाडगे बाबा अमरावती विश्व विद्यालय के नये कुलगुरु पद के लिए शॉर्टलिस्ट किये गये 43 नामों में से अंतिम 5 नाम तय कर किये गये है. जिन्हें राजभवन द्वारा 20 जनवरी को होने वाले साक्षात्कार हेतु इमेल भी भेज दिया गया है. परंतु अंतिम 5 नामों में एक भी व्यक्ति मूलत: अमरावती से वास्ता नहीं रखता. साथ ही अंतिम 5 नामों को देखने पर यह भी स्पष्ट होता है कि, इसमें से 4 नाम डमी प्रत्याशी के तौर पर चुने गये है तथा यह सारी सेटींग नागपुर से वास्ता रखने वाले और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी रहने वाले डॉ. मिलिंद बाराहाते को अमरावती का कुलगुरु बनाने हेतु चल रही है. इस आशय का आरोप युवक कांग्रेस पार्टी द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में लगाया गया.
वालकट कम्पाउंट परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में युकां पदाधिकारियों ने कहा कि, राज भवन द्वारा साक्षात्कार हेतु बुलाए गये 5 लोगों में जलगांव के डॉ. ए. एम. महाजन का भी समावेश है, जो विगत 31 दिसंबर को ही सेवानिवृत्त हो गये है. इसके अलावा नांदेड के 2 व पुणे के 1 उम्मीदवार को भी पात्र उम्मीदवार दिखाने हेतु साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है. वहीं दूसरी ओर कई अखबारों में अभी से इस आशय की खबरे प्रकाशित हो रही है कि, डॉ. मिलिंद बाराहाते ही अमरावती विद्यापीठ के नये कुलगुरु होंगे. जिसका सीधा मतलब है कि, कुलगुरु पद की चयन प्रक्रिया में राजनीति हो रही है. अत: इस पूरे मामले की सघन जांच की जानी चाहिए तथा 20 जनवरी को होने वाले साक्षात्कार की प्रक्रिया को स्थगित कर पूरी प्रक्रिया नये सिरे से चलाई जानी चाहिए.
पत्र पत्रवार्ता में युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव समीर जवंजाल, जिला उपाध्यक्ष अक्षय साबले सहित प्रा. ओमप्रकाश झोड, योगेश बुंदिले, आकाश भुरतकर, मयूर सोलंके, आकाश गेडाम, वेदांत केने, हर्षल साखरकर व अभिजीत मेश्राम आदि उपस्थित थे.