मोदी, शाह पर आयोग मौन क्यों- उद्धव
चुनावों में बजरंग बली और रामलला के मुफ्त दर्शन का किया था वादा
* अदानी के दफ्तर पर ठाकरे का मोर्चा
* खुद उद्धव ने किया ऐलान
मुंबई/दि.5- शिवसेना उबाठा गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर प्रश्न उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही. जबकि मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बजरंगबली की जय कहते हुए मतदान करने का आवाहन किया था. वहीं अमित शाह ने मध्यप्रदेश के चुनाव प्रचार में रामलला के निःशुल्क दर्शन करवाने का वादा किया था. आयोग से शिकायत की गई. आयोग ने उद्घव ठाकरे के पत्र का कोई उत्तर नहीं देने की बात कहते हुए कहा कि हम भी आगामी चुनाव में खुल्लमखुल्ला हिंदुत्व का प्रचार करना क्या? वे यहां नरीवन पॉईंट में शिवसेना ठाकरे गट के कार्यालय शिवालय का उदघाटन करने के पश्चात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रचार पद्धति पर अनेक आपत्तियां उठाई. उन्होंने चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया.
* बालासाहब पर कार्रवाई
उद्धव ने कहा कि बालासाहब ठाकरे ने भाषण में हिंदुत्व का मुद्दा उठाया तो चुनाव आयोग ने उन पर 6 वर्ष चुनाव लड़ने का प्रतिबंध लगा दिया. इतने पर ही आयोग नहीं रुका. बालासाहब का मतदान का मूलभूत अधिकार भी छीन लिया गया था. ऐसे में मोदी और शाह पर चुनाव आयोग खामोश क्यों है?
* अदानी दफ्तर पर 16 को प्रदर्शन
आगामी 16 दिसंबर को उद्योगपति गौतम अदानी के दफ्तर पर मोर्चा ले जाने का ऐलान किया. वे शिवालय संपर्क कार्यालय के उद्घाटन पश्चात मीडिया से बात कर रहे थे. ठाकरे का यह मोर्चा धारावी पुनर्विकास प्रकरण को लेकर रहने की जानकारी देते हुए बताया गया कि अदानी द्वारा घोषित टीडीआर शिवसेना उबाठा को मंजूर नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह पुनर्विकास वहां के लोगों की बजाय गौतम अदानी के फायदे के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फिलहाल जो लोग यहां रह रहे हैं, उनका पुनर्वास धारावी में ही किया जाना चाहिए. यह हमारी स्पष्ट मांग है. केवल 300 वर्गफीट की बजाय 400-500 वर्गफीट जगह दिए जाने की मांग करते हुए ठाकरे ने कहा कि यहां की जगह को सोने से अधिक रेट हो गया है. इसलिए सभी की निगाहें धारावी पर टिकी हैं. टीडीआर के लिए 40 प्रतिशत की शर्त रखी गई है. जबकि इसके लिए अलग से कंपनी स्थापित की जानी चाहिए थी. ठाकरे ने आरोप का पुनरुच्चार किया कि महायुती सरकार केवल ठेकेदारों के लाभ के लिए काम कर रही है. नियोजन शून्य काम के कारण मुंबई के लोगों का जीना मुहाल हो रखा है. आज तक यहां इतना प्रदूषण पहले कभी न था. उन्होंने इल्जाम लगाया कि अन्य तीन बड़े प्रकल्प भी अदानी के मुंह में ठूंसने का प्रयत्न हो रहा है. हम किसी को भी मुंबई को नजराने के रुप में देने नहीं देंगे. ठाकरे ने अदानी उद्योग समूह की भी निंदा आलोचना की.