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कोविड की रफ्तार घटने के बावजूद प्रतिबंध क्यों?

अब व्यापारी होने लगे आक्रामक

  • सडक पर उतरकर आंदोलन की तैयारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.28 – इस समय अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का असर लगभग खत्म हो गया है तथा सभी तरफ पॉजीटिविटी रेट में तेजी से कमी आ गयी है. लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों को शिथिल नहीं किया जा रहा. जिसकी वजह से अब व्यापारियों में धीरे-धीरे तीव्र असंतोष फैल रहा है और कई व्यापारी संगठनों द्वारा सडक पर उतरकर आंदोलन करने की भूमिका अपनायी जा रही है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए विगत 5 अप्रैल से बेहद कडे प्रतिबंध व लॉकडाउन को लागू किया गया था. पश्चात संक्रमण की घटती रफ्तार को देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई और श्रेणीनिहाय तरीके से अलग-अलग जिलों में प्रतिबंधों को शिथिल करना शुरू किया गया है. किंतु जून माह के दौरान राज्य के सभी जिलों को एक ही श्रेणी में रखते हुए आंशिक लॉकडाउन लागू किया गया है. जिसके तहत सोमवार से शुक्रवार के दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सुबह 7 से दोपहर 4 बजे तक खुलने की छूट दी गई है. वहीं शनिवार व रविवार को विक एन्ड लॉकडाउन का पालन करवाते हुए केवल जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही खुले रहने की अनुमति प्रदान की गई है. जिस समय कोविड संक्रमण की रफ्तार काफी तेजी थी और रोजाना सैंकडों कोविड संक्रमित मरीज पाये जा रहे थे, उस दौरान खतरे एवं प्रशासन की ओर से किये जा रहे प्रयासों को देखते हुए सभी व्यापारियों ने भी लॉकडाउन का पालन करते हुए सरकार एवं प्रशासन का साथ दिया. किंतु अब चूंकि संक्रमण की रफ्तार और असर काफी हद तक कम हो गये है, लेकिन इसके बावजूद प्रतिबंध यथावत कायम है. जिसका व्यापारियों द्वारा विरोध करना शुरू किया जा रहा है. साथ ही साथ अब सरकार व प्रशासन के खिलाफ आवाज भी उठायी जा रही है. व्यापारियों का कहना है कि, जिस तरह इससे पहले रोजाना सुबह 7 से शाम 7 बजे तक सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खुले रहने की अनुमति प्रदान की गई थी. वैसे ही अब भी अनुमति प्रदान की जानी चाहिए और दोपहर 4 बजे तक की समयावधि को शाम 7 बजे तक बढाया जाना चाहिए.
व्यापारियों का कहना है कि, विगत डेढ वर्ष से लगातार चले आ रहे लॉकडाउन के चलते व्यापार-व्यवसाय लगभग खत्म होने की कगार पर है और इन दिनों राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों से व्यवसायियों व होटल संचालकों द्वारा आत्महत्या किये जाने की खबरे सामने आ रही है. जिससे हालात की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इसके अलावा इन दिनों राज्य के 10 जिलों में बाढ व अतिवृष्टी की वजह से काफी नुकसान हुआ है और अब महंगाई भी आसमान छूने लगी है. जिससे आम लोगों का जिना मुहाल हो गया है. साथ ही लाखों लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खडी हो गई है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, राज्य सरकार द्वारा हालात को लेकर पूरी संवेदना के साथ सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाये और लॉकडाउन में छूट दी जाये.

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