क्यों नहीं बढेगा संक्रमण, बडनेरा स्टेशन पर मात्र खानापूर्ति
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कोरोना के चलते यात्रियों की संख्या कमाल की घटी
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एक ट्रेन से मात्र 7 से 8 यात्री उतरते है स्टेशन पर
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केवल राजस्थान व गुजरात के यात्रियों की एन्टीजन टेस्ट
अमरावती/प्रतिनिधि दि.3 – समूचे राज्य मे कोरोना के मरिजो की संख्या बढ रही है. अमरावती जिले मे रोजाना 900 से ज्यादा कोरोना पॉजिटीव मरिज आ रहे है. जिसके चलते प्रशासन ने सभी विभागों को सर्तक रहने के आदेश दिये है. रेल्वे प्रशासन ने राज्य अंतर्गत दौडने वाली कई ट्रेनो को रद्द कर दिया है. किंतु इस समय तिरूपती, हावडा, अमदाबाद व राजस्थान से आनेवाली ट्रेने शुरू है. इन रेलगाडियों से आनेवाले यात्रीयों की रेल्वे स्टेशन पर कडी जांच करने के आदेश दिये गये है. कल ‘दैनिक अमरावती मंडल’ की टीम ने दोपहर 2.30 बजे बडनेरा रेल्वे स्टेशन को भेंट दी. तब पाया गया है की, रेल्वे स्टेशन के मुख्य प्रवेशव्दार पर तैनात मनपा की टीम केवल कोरोना टेस्ट की खानापर्ति कर रही है. हालांकि रेल्वे स्टेशन के बाहर आनेवाले सभी रास्ते बंद किये गये है. केवल मुख्य प्रवेश व्दार आवागमन के लिए खुला है. कोरोना के डर से रेल्वे से आनेवाले यात्रियों की संख्या भी नही के बराबर है. एक ट्रेन से मात्र 10 से 12 यात्री स्टेशन पर उतर रहे है. किंतु, मनपा के दल को मात्र राजस्थान व गुजरात से आनेवाले यात्रियों की टेस्ट करने के निर्देश दिये गये है. कल दोपहर 2.30 बजे बडनेरा स्टेशन पर तिरूपती ट्रेन रूकी. इस ट्रेन से 10 यात्री उतरे. किंतु, इन यात्रियों की टेस्ट नही की गयी. उसके बाद 2.45 बजे अमदाबाद-पुरी ट्रेन बडनेरा पहुंची. इस ट्रेन से केवल 8 यात्री स्टेशन पर उतरे. यहा तैनात टीम ने ना ही उनकी 72 घंटे पहले की गई कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देखी, ना इनमें से कई यात्रियों की थर्मल स्क्रिनिंग ही की गई. एक युवक गुजरात के भुज से आया था. उसका कहना था की उसने दोनो वैक्सीन लिए है. लेकीन उसके पास प्रमाणपत्र नही था. उसे केवल थर्मल स्क्रिनींग कर रवाना किया गया. इस यात्री का तापमान 88 बताया गया. इस तरह बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर यात्रियों की टेस्ट की जा रही है. यहां तैनात मनपा शिक्षा विभाग के डॉ. सचिन कराले, शेख अजीम, लैब टेक्नीशियन अक्षय धोटे के अनुसार सुबह से दोपहर 3 बजे तक 3 ट्रेनो मे केवल 37 यात्री कल अमरावती शहर मे पहुंचे.
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क्या राज्य अंतर्गत आने वाले यात्री पॉजिटीव नहीं होते
विशेष बात यह कि बडनेरा रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र राज्य के किसी भी कोने से आने यात्री को 72 घंटे पूर्व की ना कोरोना टेस्ट पूछी जाती है और ना ही उसका थर्मल स्क्रीनिंग किया जाता. विशेष बात यह कि महाराष्ट्र राज्य में नागपुर, पुणे और मुंबई शहर कोरोना के हॉटस्पॉट बने हुए है और यहां से आने वाले तकरीबन 50 यात्रियों में नहीं कुछ तो एक यात्री कोरोना पॉजिटीव निकल सकता है, लेकिन बडनेरा रेलवे स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें केवल राजस्थान और गुजरात से आने वाले यात्रियों की ही कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देखने और अगर उसके पास टेस्ट रिपोर्ट नहीं रही तो उसकी एन्टीजन टेस्ट रेलवे स्टेशन पर करने के आदेश है. जिससे वे राज्य अंतर्गत सफर करने वाले यात्रियों से कोई पूछताछ नहीं कर रहे है.
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रेलवे स्टेशन के सभी मार्ग किये गए सील
विशेष बात यह कि इससे पहले जब कोरोना का संसर्ग नहीं था तब बडनेरा रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले यात्री एक तो जुनी बस्ती की ओर जाने वाले प्लॉटफार्म की ओर से बाहर जाते थे, कुछ यात्री नई बस्ती की ओर बने नये प्लॉटफार्म से बाहर आते थे तथा रेलवे के सामने के डिब्बे में बैठने वाले अधिकतर यात्री हॉकी मैदान के पास से बाहर आते थे, लेकिन अब रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से आने वाले यात्रियों की चेकिंग शुरु की गई तब केवल रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश व्दारा के पास का एकमात्र रास्ता खुला रखा है. शेष सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है. रेल से सफर करने वाले सभी यात्री इसी मार्ग से प्लॉटफार्म पर जाते है और इसी मार्ग से बाहर आते है.
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नहीं लगाया जा रहा होम क्वारेंटाइन का सिक्का
विशेष बात यह कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने कोरोना की चेन तोडने के लिए जब 14 अप्रैल की रात 8 बजे से लॉकडाउन घोषित किया. तब उन्होंने जिला बंदी के साथ ही एक जिले से दूसरे जिले और एक राज्य से दूसरे राज्य में आने वाले यात्रियों को कम से कम 14 दिन होम क्वारेंटाइन करने के आदेश दिये थे. विशेष यह कि यह यात्री दूसरे जिले से प्रवेश करते ही उनके हाथ पर होम क्वारेंटाइन का सिक्का मारने के निर्देश है. किंतु बडनेरा रेलवे स्टेशन पर बाहरी राज्य से आने वाले और राज्य अंतर्गत सफर करने वाले यात्री की मात्र थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. उनके हाथ पर होम क्वारेंटाइन का सिक्का मारने की व्यवस्था यहां नहीं किये जाने यात्री बाहरी राज्य से आने के बाद भी शहर में सरेआम घुम रहे है.