पत्नी ने प्रेमी उतारा पति को मौत के घाट
किसन धुर्वे मृत्यु मामले में कुछ ही घंटों के भीतर पर्दाफाश
* ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस ने एक नाबालिग सहित चार आरोपियों को दबोचा
अमरावती/दि.2- जिला ग्रामीण पुलिस विभाग के शिरखेड पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत राजुरवाडी खेत परिसर में गत रोज किसन वसंत धुर्वे (45, राजुरवाडी) का शव लावारिस व संदेहास्पद स्थिति में पडा मिला था. जिसको लेकर मृतक के भाई सतीश धुर्वे व्दारा जानकारी व शिकायत दिए जाने के बाद मामले की जांच का जिम्मा ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस को सौंपी गई और अपराध शाखा के पथक ने कुछ ही घंटों के भीतर इस मामले का पर्दाफाश करते हुए, चार आरोपियों को अपनी हिरासत में लिया. जिनमें एक नाबालिग सहित मृतक की पत्नी के कथित प्रेमी का भी समावेश है. मृतक की पत्नी के प्रेमी ने अपने साथिदारों की मदद से विवाहित प्रेमिका के पति को जान से मारते हुए अपने रास्ते से हटाया, ऐसी जानकारी सामने आई है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गत रोज राजुरवाडी खेत परिसर में किसन धुर्वे का शव बरामद होने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल के आदेश पर अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, एसडीपीओ नीलेश पांडे व ग्रामीण अपराध शाखा के पीआई तपन कोल्हे ने तुरंत घटनास्थल को भेंट दी. इस समय प्राथमिक जांच में पाया गया कि मृतक के गले पर कुछ अलग तरह के निशान है. जिससे यह प्रतित हो रहा था कि किसी ने उसे गला घोंटकर मार डाला है. ऐसे में पुलिस ने मामले की जांच शुरु की तो पता चला कि, किसन धुर्वे की पत्नी के गांव में ही रहनेवाले बबलू उर्फ एजाज खान शब्बीर खान पठान (40) के साथ अनैतिक संबंध थे. यह बात ध्यान में आते ही किसन धुर्वे ने अपनी पत्नी को शारीरिक व मानसिक रुप से प्रताडित करना शुरु कर दिया. जिसके बाद किसन की पत्नी ने यह बात अपने प्रेमी एजाज खान को बताई और एजाज खान ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर किसन धुर्वे की हत्या करने का षडयंत्र रचा. जिसके बाद 29 अप्रैल को आरोपियों ने किसन धुर्वे ने राजुरवाडी खेत परिसर में बुलाया और वहां पर उसका गला घोंटकर उसे जान से मार दिया. यह जानकारी सामने आते ही पुलिस ने बबलू उर्फ एजाज खान शब्बीर खान पठान के साथ ही सागर रमेश मातकर (30, राजुरवाडी), कुणाल जानराव उईके (24,तलेगांव ठाकुर) व एक विधि संघर्षीत बालक (तलेगांव ठाकुर) को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ की तो चारों ने अपना अपराध कबूल कर लिया. इसके बाद नाबालिग आरोपी को रिमांड होम में भेज दिया गया. वहीं शेष तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर शिरखेड पुलिस के हवाले किया गया.
यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल, अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, मोर्शी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी नीलेश पांडे के मार्गदर्शन तथा ग्रामीण अपराध शाखा के पीआई तपन कोल्हे के नेतृत्व में एपीआई विष्णु पांडे, पीएसआई नितिन चूलपार व पुलिस कर्मचारी संतोष मुंदाने, बलवंत दाभणे, पंकज फाटे, मनोज टप्पे, मोहन मोरे, शकील चव्हाण, सागर धापड, चेतन गुल्हाने, प्रमोद शिरसाट व एलसीपी सरिता चौधरी के पथक व्दारा की गई.