अकोला छोडेंगे वंचित के लिए, शिरुर के बदले ईशान्य मुंबई
उद्धव की लिस्ट में अमरावती नहीं
* मविआ में 23 स्थान मांगे
मुंबई./दि.29- महाविकास आघाडी की प्रमुख घटक शिवसेना उबाठा ने 48 में से 23 लोकसभा क्षेत्र पर दावा किया है. उनमें अमरावती आरक्षित सीट का नाम नहीं है. उसी प्रकार पडोसी अकोला लोकसभा क्षेत्र प्रकाश आंबेडकर की बहुजन विकास आघाडी के लिए छोडे जाने के संकेत दिए जा रहे हैं. वंचित का मविआ में समावेश हुआ तो ही यह कदम होगा. ऐसे ही शिरुर लोकसभा क्षेत्र शरद पवार राकांपा को देकर बदले में ईशान्य मुंबई की सीट हेतु राकांपा से आग्रह किया जा रहा है.
जिन 23 स्थानों पर ठाकरे गट ने दावा किया उनमें रामटेक, बुलढाणा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, परभणी, जालना, छत्रपति संभाजीनगर, पालघर, नाशिक, कल्याण, ठाणे, मुंबई उत्तर-पशिम, मुंबई दक्षिण, मुंबई ईशान्य, मुंबई दक्षिण मध्य, रायगढ, रत्नगिरी सिंधुदुर्ग, मावल, शिर्डी, धाराशिव, कोल्हापुर, हाथकणंगले, अकोला सीटें शामिल है. अधिकांश पर शिवसेना शिंदे गट का कब्जा है. अकोला में अभी भाजपा के संजय धोत्रे सांसद है. ऐसे ही छत्रपति संभाजीनगर में एमआईएम के इम्तियाज जलील सांसद है. उद्धव गट ने भाजपा के भी अनेक स्थानों पर दावा किया है. उनमें जालना, मुंबई ईशान्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम क्षेत्र शामिल है. जहां से क्रमश: रावासाहब दानवे, मनोज कोटक एवं गोपाल शेट्टी लोकसभा सदस्य है.
आम चुनाव कुछ माह में होने है. फरवरी मासांत में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है. आज ही दिल्ली में कांग्रेस की महाराष्ट्र के सीट बटवारे को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. पहले फार्मुले के अनुसार ठाकरे गट 23, शदर पवार गट 15 और कांग्रेस 10 स्थानों पर राज्य में लोकसभा चुनाव लडेगी. वंचित बहुजन आघाडी को 1 स्थान देने का प्रस्ताव है.
2019 में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी की युति थी. अब परिस्थित बिल्कुल अलग है. गत 2 वर्षो में राज्य की राजनीति में हलचल हुई है. शिवसेना और राकांपा दोनों दलों में विद्रोह हुआ है. दो गट हो गए हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना मेें और अजीत पवार के नेतृत्व में राकांपा में विभाजन हुआ. जिससे दोनों दलों को राज्य में सहानुभूति मिलने के दावे किए जा रहे है. मविआ की बात करे तो पिछली बार शिवसेना ने 18, राकांपा ने 4 और कांग्रेस ने एकमात्र चंद्रपुर सीट जीती थी.