मुंबई./दि.11– मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा आरक्षण विषय पर आज सर्वदलीय बैठक आहूत की है. सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना-राकांपा अजीत गुट सहित सभी प्रमुख दलों को सह्याद्री अतिथिगृह में बुलाया गया है. सीएम शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार कोर्ट में टिकने वाला आरक्षण देगी. किसी को धोखा नहीं देगी. उधर 1 सितंबर से अनशन कर रहे अंतरवाली सराटी के मनोज जरांगे ने सभी दलों से गरीब बच्चों का जीवन आंखों के सामने रखकर उचित निर्णय करने की अपील की है. जरांगे ने रविवार से पानी पीना भी बंद कर रखा है. वे 28 अगस्त से भूख हडताल पर हैं. हालत बिगडने से लगाई गई ग्लूकोज भी उन्होंने हटा दी है. मराठा समाज को सीधे कुणबी प्रमाणपत्र देने की मांग पूरी नहीं करने का जरांगे का आरोप है.
सीएम शिंदे की तरफ से अनशनकर्ता के शिष्टमंडल के साथ तीन बार चर्चा हो चुकी है. फिर भी समाधान नहीं निकला. अब सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. उससे पहले मीडिया से बात करते हुए शिंदे ने कहा कि, सरकार मराठा समाज के साथ है. हडबडी में कोई निर्णय नहीं होगा. विचार कर और टिकने वाला आरक्षण देने सभी दलों के नेताओं को बैठक में बुलाया गया है.
* समाज के हित में निर्णय
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा कि अन्य पिछडा वर्ग पर अन्याय न होते हुए मराठा समाज के हित में निर्णय होगा. वे अपनी सरकार की तरफ से ओबीसी समाज को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उन पर अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. फडणवीस ने कहा कि राज्य में जब समाज के विषय आ जाते है तो वे राज्य के प्रश्न बन जाते हैं. इसलिए सभी को मिलकर निर्णय लेना होगा. दो समाज आमने-सामने आ जाए, ऐसा कोई निर्णय सरकार नहीं लेगी. मुंबई में हो रही बैठक में सभी की सम्मति से आगे जाने का प्रयत्न होगा.
* मेडिकल जांच को नकार
इस बीच मनोज जरांगे ने सोमवार सुबह 10.40 बजे पहुंची मेडिकल टीम को उनका रक्तचाप, शुगर लेवल और अन्य जांच नहीं करने दी. डॉ. अतुल तांदले ने करीब आधा घंटा उनसे विनती की. मगर जरांगे टस से मस न हुए.