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लिखित आदेश के बाद ही शुरु होगे महाविद्यालय

टीकाकरण की जानकारी संकलित करने का काम शुरु

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – विगत दिनों राज्य के उच्च व तंत्रशिक्षा मंत्री उदय सामंत द्बारा आगामी 1 नवंबर से महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों मेें नया शैक्षणिक सत्र शुरु करने तथा दीपावली के पश्चात महाविद्यालयो में प्रत्यक्ष पढाई लिखाई का काम शुरु करने की बात कहीं गई. किंतु अब तक महाविद्यालयों को शुरु करने के संदर्भ में राज्य के उच्च शिक्षा विभाग द्बारा कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है. साथ ही संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय की ओर से भी संभाग के महाविद्यालयों को कोई निर्देश जारी नहीं किया गया. ऐसे में फिलहाल 1 नवंबर से महाविद्यालयों में नया शैक्षणिक सत्र शुरु होने को लेकर काफी हद तक संभ्रम दिखाई दे रहा है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि, सरकार की ओर से लिखित आदेश मिलने के बाद ही महाविद्यालयों को खोला जाएगा.
ज्ञात रहे कि, कुछ दिनों पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्बारा पुणे के महाविद्यालयों को ऑफलाइन शुरु करने की घोषणा की गई थी. पश्चात राज्य के उच्च व तंत्रशिक्षा मंत्री उदय सामंत ने भी आगामी एक नवंबर से राज्य के सभी महाविद्यालयों को शुरु किये जाने की घोषणा की. जिसका राज्य के शिक्षा क्षेत्र द्बारा स्वागत किया गया था. किंतु चूंकि अब तक कोविड का संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. अत: महाविद्यालयों को शुरु करने के संदर्भ में कई शिक्षा संस्था संचालक सकारात्मक नहीं है. साथ ही अब तक विद्यार्थियों के छात्रावास का मसला भी प्रलंबित है. यदि महाविद्यालय खोल दिये जाते है, तो बाहर गांव के विद्यार्थी को निवास के संदर्भ में कई समस्याओं का सामना करना पड सकता है. अत: महाविद्यालयों को खोलने से पहले छात्रावास का मसला हल करना बेहद जरुरी है. ऐसा भी कई शिक्षा संस्था संचालकों व प्राचार्यो का कहना है.
इसके अलावा राज्य सरकार द्बारा यह भी कहा गया है कि, ऑफलाइन पढाई शुरु करते समय महाविद्यालयों के सभी शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों सहित 18 वर्ष से अधिक आयु वाले विद्यार्थियों को कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सिन की दोनों डोज लग चुकी हो, ऐसे में फिलहाल सबसे जरुरी काम यह है कि, कितने शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थियों का टीकाकरण हो चुका है. इसकी जानकारी संकलित की जाए. अत: फिलहाल सभी महाविद्यालयों द्बारा इस पर काम किया जा रहा है.

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