ग्रामीण स्वास्थ्य यंत्रणाओं को मजबूत करेंगे
-
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने दी जानकारी
-
दवाईयों की कमी पर फैलायी जानेवाली अफवाहों पर भरोसा नहीं रखने का आह्वान
अमरावती/दि.४ – जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. इसी पार्श्वभूमि पर बेड, उपचार साधनसामुग्री, दवाईयों के स्टॉक के अलावा ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए सरकार, प्रशासन द्वारा आवश्यक उपाययोजना की जा रही है. ग्रामीण इलाकों में कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाना जरूरी है. इसके लिए जिले के प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ३० ऑक्सीजन बेड व उपजिला अस्पताल में ऑक्सीजन बेड सहित आईसीयू की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. यह जानकारी राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दी.
आज जिलाधिकारी कार्यालय में जिले के कोरोना हालातों का ब्यौरा लेने के लिए आयोजित समीक्षा बैठक में वे बोल रही थीं.
इस अवसर पर जिलाधिकारी शैलेश नवाल, मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे, जिला शल्यचिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले आदि मौजूद थे.
पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में मरीजों की संख्या ना बढ़े इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधा व उपचार सामग्री अपडेट की जाएगी. ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के लिए उर्जा मंत्री नितीन राऊत की मदद से सीएसआर फंड से जिले के लिए लगभग पांच करोड रुपयों का निधि मिलेगा. जिसके उपयोग से जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रं, उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड सहित अन्य मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी. रेमडेसिवीर इंजेक्षन की कमी है, ऐसा नजारा जिलें में नहीं है. रेमडेसिवीर की डिमांड बढा दी गई है. जरूरतमंदों को डिमांड के अनुसार रेमडेसिविर तत्काल उपलब्ध कराकर दी जा रही है.
पालकमंत्री ने कहा कि जिले के आठ स्थलों पर ऑक्सीजन निर्मिती केंद्र स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है. जिला सामान्य अस्पताल में पाईप के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली क्रियान्वित की गई है. इसी तरह प्रत्येक तहसील स्थल पर स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन टैंक की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. जिससे ग्रामीण इलाकों में होनेवाली ऑक्सीजन की कमी को भरकर निकाला जा सकेगा. जिले के ग्रामीण इलाकों में रहनेवाले नागरिकों ने कोरोना का भय नहीं रखना चाहिए. लक्षण पाए जाने पर तत्काल डॉक्टरों के पास जाकर चेकअप करवा लेनी चाहिए. रेेमडेसिवीर को लेकर फैलायी जा रही अफवाहों पर भरोसा नहीं रखे. अफवाहें फैलानेवालों पर प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बेड, दवाईयां, एम्बुलेंस को लेकर कोई भी शिकायत देने पर जिला प्रशासन अथा शिकायत केंद्र पर संपर्क किया जा सकता है. जिलाधिकारी नवाल ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए ग्रामीण इलाके की स्वास्थ्य यंत्रणाओं को मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है. जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीवनावश्यक मापदंडों के अनुसार आवश्यक मौलिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए त्रिसूत्री का पालन करना बेहद जरूरी है.