जिप निर्माणकार्य विभाग की महिला उपअभियंता को रिश्वत मांगने पर पकडा
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३० हजार की रिश्वत की रकम डावर से की गई जब्त
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चपरासी को भी लिया हिरासत में
अमरावती/दि.१२ – शासकीय ठेकेदार से वर्क ऑडर निकालकर देने के लिए चपरासी के माध्यम से ३० हजार रुपयों की रिश्वत मांगनेवाली जिप निर्माणकार्य विभाग की महिला उपअभियंता को एसीबी की टीम ने आज हिरासत में लिया.
मिली जानकारी के अनुसार शहर के एक शासकीय ठेकेदार ने जिला परिषद के निर्माणकार्य विभाग अंतर्गत चलाए जाने वाले कार्य पूरे किए थे. इन विकास कार्यों के पैसे निकालने के लिए निर्माणकार्य विभाग के पास बिल भी भेजे थे. लेकिन बिल का भुगतान ना करते हुए निर्माणकार्य विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार के पैसे भी अटका दिए थे. इतना ही नए वर्क आर्डर निकालने पर भी संबंधित आर्डर ठेकेदार को नहीं दिए. बार-बार वर्क ऑडर की डिमांड करने पर शासकीय ठेकेदार को महिला उपअभियंता ने ४० हजार रुपयों की रिश्वत देने की बात की. जिसके बाद ३० हजार रुपयों में सौदा तय हुआ. इसके बाद शासकीय ठेकेदार ने एसीबी के पास शिकायत दर्ज करायी. मामले की जांच पड़ताल करने के बाद मंगलवार को जिला परिषद के निर्माणकार्य विभाग के उपअभियंता कार्यालय परिसर में एसीबी की टीम ने जाल बिछाया. इस दौरान शिकायतकर्ता शासकीय ठेकेदार से कार्यालय के चपरासी अन्ना वानखडे ने ३० हजार रुपयों की रिश्वत स्वीकार की और भीतर जाकर महिला उपअभियंता को सौंप दी. इसके बाद महिला उपअभियंता ने रिश्वत की रकम को कार्यालय के ड्रावर में रख दिया. एसीबी की टीम रिश्वतखोरों की हलचलों पर नजरे रखी हुई थीं. तभी एसीबी टीम ने चपरासी अन्ना वानखडे सहित महिला उपअभियंता को रिश्वत लेने के मामले में हिरासत में लिया. इतना ही नहीं तो महिला उपअभियंता द्वारा ड्रावर में रखी गई रिश्वत की ३० हजार रुपयों की रकम भी जब्त की. यह कार्रवाई एसीबी पुलिस अधीक्षक विशाल गायकवाड, अपर पुलिस अधीक्षक अरूण सावंत के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक गजानन पडघन, एलएचसी माधुरी साबले, पुलिस कांस्टेबल सुनील वराडे, अभय वाघ, युवराज राठोड, चालक जनबंधू ने की.