स्वास्थ्य विभाग कर रहा महिला परिक्षार्थियों की सुरक्षा से खिलवाड
सामाजिक कार्यकर्ता सलीम मीरावाले ने लगाया आरोप
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जिले की महिला परिक्षार्थियों को पुणे में सेंटर दिये जाने पर जतायी आपत्ति
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इससे पहले भी ऐन समय पर परीक्षा रद्द कर किया गया था छात्रों व अभिभावकों का नुकसान
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गट-क व गट-ड के 6 हजार पदों के लिए आवेदन मंगाये गये है, जिसके लिए समूचे राज्य से 4 लाख से भी अधिक आवेदकोें द्वारा अपने आवेदन प्रस्तुत किये गये है. इन सभी आवेदकों की विगत माह 25 सितंबर को परीक्षा ली जानी थी. जिसे ऐन समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा रद्द किया गया था. ऐसे में दूर-दराज के क्षेत्रों से परीक्षा केेंद्रों तक पहुंचे आवेदकोें एवं उनके अभिभावकों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा था. वहीं अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 4 अक्तूबर को यह परीक्षा लेने की घोषणा की गई है. किंतु अमरावती जिले की हजारों महिला आवेदकों को अमरावती से सैंकडो किमी दूर पुणे में परीक्षा केंद्र दिया गया है. जिससे महिला परीक्षार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पडेगा. साथ ही इसे एक तरह से स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला परिक्षार्थियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड ही कहा जा सकता है. इस आशय का आरोप शहर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता सलीम मीरावाले द्वारा लगाया गया है.
एक अभिभावक के तौर पर यहां जारी की गई प्रेस विज्ञप्ती में सलीम मीरावाले द्वारा कहा गया कि, इन दिनों राज्य ही नहीं, बल्कि समूचे देश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठाये जा रहे है तथा आये दिन एक से बढकर एक विभत्स मामले अखबारों की सूर्खियां बटोर रही है. ऐसे माहौल में अमरावती जिले की युवतियों को अमरावती अथवा आसपास के जिलों में परीक्षा केंद्र देने की बजाय स्वास्थ्य महकमे द्वारा उन्हें पुणे में परीक्षा देने हेतु बुलाया जा रहा है, जो की पूरी तरह से बेतुका फैसला है. महिला परीक्षार्थियों के साथ उनके किसी अभिभावक को भी पुणे जाना पडेगा, ताकि वहां पर परीक्षा केंद्र तक पहुंचने और आने-जाने व खाने-पीने की व्यवस्था का जिम्मा संभाला जा सके. ऐसे में महिला परीक्षार्थियों को दो व्यक्तियों के लिए पुणे आने-जाने के किराये तथा वहां पर रूकने एवं खाने-पीने का खर्च करना पडेगा. यदि आवेदकों को उनके शहर अथवा जिले में परीक्षा केंद्र दिया जाता, तो करीब 4 से 5 हजार रूपयों का अतिरिक्त खर्च बचाया जा सकता था. इसके साथ ही सलीम मीरावाले ने महिला परीक्षार्थियों को उनके निवास क्षेत्र से 100 किमी के दायरे के भीतर परीक्षा केंद्र दिये जाने की मांग की है. साथ ही कहा है कि, कोई भी अभिभावक अपनी बच्चियों को इतनी दूर अकेले परीक्षा देने हेतु नहीं भेजना चाहेगा, क्योंकि इन दिनों मुंबई व पुणे जैसे बडे शहरों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर स्थिति गंभीर है. ऐसे में सभी अभिभावकों में चिंता व रोष की लहर रहना लाजमी है. अत: राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसे लेकर गंभीरतापूर्वक विचार किये जाने की जरूरत है.