महाबीज में तीन दिनों से चल रहा काम बंद आंदोलन
सातवे वेतन आयोग को लागू करने की मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.११ – महाराष्ट्र सरकार द्वारा 31 जनवरी को जारी अधिसूचना के अनुसार सभी सरकारी कर्मचारियों को 1 जनवरी 2016 से पूर्वलक्षी प्रभाव के साथ लागू किया गया है. लेकिन अब तक महाबीज में कार्यरत कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिला है. अत: महाबीज के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग को लेकर महाबीज कर्मचारी-अधिकारी संगठन द्वारा विगत 9 दिसंबर से काम बंद आंदोलन किया जा रहा है. जिसकी वजह से पिछले तीन दिनों से इस कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से ठप्प पडा हुआ है. साथ ही यहां के कर्मचारी महाबीज कार्यालय के समक्ष प्रवेश द्वार पर खडे रहकर धरना प्रदर्शन कर रहे है.
प्रदर्शनकारी अधिकारी व कर्मचारियों का कहना है कि, मंत्रिमंडल द्वारा सभी सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों व कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग लागू करने को मान्यता दी गई है, लेकिन वित्त मंत्रालय द्वारा महाबीज की फाईल अब तक कृषि विभाग के पास नहीं भेजी गयी. जिसकी वजह से महाबीज के कर्मचारियों व अधिकारियों को अब तक सातवे वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में जब तक महाबीज में कार्यरत लोगों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू नहीं की जाती, तब तक काम बंद आंदोलन जारी रहेगा.
आंदोलनकारियों में संजय देशमुख, एस.एस. अल्लमवार, अशोक भोरे, गणेश माहूरकर, सुरेश मुंढे, गणेश पराते, गोपाल अकर्ते, कोमल चवरे राजेश पाथरे आदि का समावेश है.