* उपासनी परिवार चला रहा परंपरा
अमरावती/दि.29– सराफा के कालाराम मंदिर की मूर्ति ही उसकी सबसे बडी विशेषता कही जा सकती है. इस मंदिर में 450 वर्षो से पूजा-आराधना हो रही है, ऐसी जानकारी मंदिर के प्रमुख भाउ उपासनी ने आज दी. उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के काल से यहां मंदिर स्थापना हुई और उसी समय से पूजा हो रही है. नित्य पूजन व अनुष्ठान सहित विविध पर्व विशेष पर भी आयोजन होते हैं.
* काले पत्थर की मूर्तियां अत्यंत आकर्षक
मंदिर की मूर्तियां अत्यंत आकर्षक है. रामजी के साथ सीताजी और लक्ष्मणजी विराजमान हैं. रामजन्मोत्सव पर वह अधिक विलोभनीय हो जाने की भाविकों की आस्था है. देश में कालाराम के दो ही प्रसिद्ध मंदिर है. नाशिक के बाद अमरावती का यह कालाराम मंदिर.
* कल 12 बजे जन्मोत्सव
रामनवमी पर जन्मोत्सव दोपहर 12 बजे होता है. उसका संगीतमय बखान पूज्य गुरुजी सवेरे प्रारंभ कर देते हैं. जन्मोत्सव में परिसर के लोगों सहित हजारों की संख्या में भाविक उमडते हैं. ऐसे ही भंडारा भी आयोजित होता रहा है.