युवा विद्युत टेक्निशियन की बिजली के खंबे से गिरकर मौत
खंडेलवाल नगर परिसर की घटना
अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – स्थानीय अकोली रोड पर साई नगर के निकट खंडेलवाल नगर परिसर में कल दोपहर के दौरान तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण खंडित हुई विद्युत आपूर्ति पूर्ववत करने के लिए बिजली के खंबे पर चढे युवा विद्युत टेक्निशियन की खंबे से हाथ फिसलकर सिर के बल गिरने के कारण मौत हो गई. इस घटना से महावीर नगर, नवाथे नगर व साईनगर परिसर में शोक व्यक्त किया जा रहा है. मृत विद्युत टेक्निशियन का नाम रुपेश पाटील बताया गया है. रुपेश पाटील पिछले 7 वर्षों से महावितरण के नवाथे नगर सेंटर में कार्यरत था. आज सुबह जिला अस्पताल में उसके शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को अंत्यसंस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंपा गया.
जानकारी के अनुसार रुपेश पाटील यह मुलत: नागपुर जिले का निवासी है. जो पिछले 8 वर्षाें से महावितरण के नवाथे सेंटर में कार्यरत थे और सुशिल नगर के समीप रंगोली लॉन के पास उनका निवास था. कल दोपहर के समय तेज हवा के साथ बारिश होने के कारण खंडेलवाल नगर परिसर की विद्युत आपूर्ति खंडित हुई थी. विद्युत आपूर्ति को सूचारु बनाने ड्युटी पर कार्यरत विद्युत टेक्निशियन रुपेश पाटील अपने सहयोगियों के साथ खंडेलवाल नगर पहुंचे और खंबे पर चढ रहे थे. उसी समय बारिश से खंबा गिला रहने से उनका हाथ फिसल गया और खंबे की उंचाई से रुपेश पाटील निचे गिर पडे. उसके सहयोगियों ने तत्काल रुपेश को सबनीस प्लॉट के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां से उन्हें इर्विन लाया गया. जहां इलाज के दौरान कल शाम रुपेश पाटील की मौत हो गई.
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जरुरी साहित्यों के अभाव में करते है काम
महावितरण के वायरमैन रहे या विद्युत टेक्निशियन उन्हें किसी भी गंभीर संकट में विद्युत आपूर्ति सूचारु बनाने के लिए खंबे पर चढना पडता है, ऐसे में केवल हैंड ग्लोज और सीढि के अलावा खंबे पर काम करने वाले विद्युत कर्मियों के पास सुरक्षा के कोई भी साधन नहीं रहते. अनेकों सुरक्षा के साधनों के अभाव में दिनरात काम करने वाले विद्यु त कर्मचारी इस तरह की दुर्घटनाओं का शिकार बनते है. इस तरह की समस्या आज इर्विन अस्पताल के बाहर कुछ विद्युत कर्मचारियों ने रुपेश पाटील की मृत्यु पर व्यक्त की.
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पांच वर्षीय परी की कल ही की एडमिशन
युवा विद्युत टेक्निशियन रुपेश पाटील नवाथे नगर परिसर में पत्नी और पांच वर्षीय बेटी परी के साथ रहता है. कल बुधवार को दोपहर रुपेश पाटील ने शहर की एक निजी स्कूल में 15 हजार रुपए शुल्क जमा कर अपनी पांच वर्षीय बेटी परी को नर्सरी में दाखिल किया. बच्ची के एडमिशन कर रुपेश पाटील दोपहर ड्युटी पर गया और 4 बजे उनकी टीम को खंडेलवाल नगर परिसर से आयी हुई शिकायत पर विद्युत आपूर्ति सूचारु करने भेजा गया था.