युवा पत्रकार ऋषिकेश वाघमारे की कोरोना से मौत
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प्लाज्मा भी नहीं बचा पाया प्राण
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पत्रकारिता क्षेत्र में शोक लहर
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 6 – अमरावती जिले के होनहार, हसतमुख व खबरों के संकलन में हमेशा सक्रीय रहने वाले युवा पत्रकार ऋषिकेश युवराज वाघमारे का कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई. वे 38 वर्ष के थे. युवावस्था में ऋषिकेश के इस तरह असामायिक निधन से पत्रकारिता क्षेत्र में शोक लहर व्याप्त है. लगभग आठ दिन पहले ऋषिकेश वाघमारे कोरोना संक्रमण से बाधित हुए थे. उन्हें तत्काल शहर के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान आज तडके 4 बजे के दौरान उन्होेंने अंतिम सांस ली.
जिले के अंजनगांव सुर्जी तहसील के निमखेड बाजार के निवासी ऋषिकेश युवराज वाघमारे ने शहर के विविध समाचार पत्रों के लिए खबरों के संकलन की जिम्मेदारी बखुबी निभाई. हमेशा हसमुख व सक्रीय कार्यकर्ता के रुप में ऋषिकेश ने अपनी पहचान बनाई थी. आठ दिन पहले ऋषिकेश को कोविड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जिला शल्यचिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने स्वयं दो बार कोविड अस्पताल को भेंट देकर ऋषिकेश पर होने वाले उपचारों का जायजा लिया. यहां तक की जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने स्वयं कोविड अस्पताल में जाकर वहां के डॉक्टरों से ऋषिकेश पर होने वाले इलाज बाबत पूछताछ की थी. कल जब ऋषिकेश को प्लाज्मा की जरुरत महसूस हुई तब जिला शल्यचिकित्सक ने स्वयं प्रयास कर उनके लिए प्लाज्मा की व्यवस्था की थी, लेकिन प्लाज्मा भी इस युवा पत्रकार के प्राण नहीं बचा पाये. आज तडके 4 बजे के दौरान ऋषिकेश ने अंतिम सांस ली. जिले में ऋषिकेश वाघमारे पहला पत्रकार है. जिसकी कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई है. अमरावती जिला मराठी पत्रकार संघ ने इस युवा पत्रकार के निधन पर शोक व्यक्त किया है.