नाशिक/ दि.5 – वंचित बहुजन आघाडी का एमआईएम से गठबंधन तोडकर महाविकास आघाडी में शामिल होने की खटपट के बीच एमआईएम के प्रमुख, सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बडा खुलासा आया है. ओवैसी ने यहां मीडिया से मुखातिब होते हुए आरोप लगाया कि, गठजोड आंबेडकर ने तोड दिया. इस बारे में कोई खुलासा भी नहीं किया. ओवैसी ने कहा कि, वे तो वंचित समाज को इंसाफ दिलाने के लिए गठजोड में आये थे. प्रकाश आंबेडकर ने ही इस गठबंधन से बाहर रहने का निर्णय किया. हालांकि ओवैसी ने कहा कि, वे आंबेडकर के फैसले का पहले भी आदर कर चुके है, आगे भी करेंगे.
प्रकाश आंबेडकर व्दारा वंचित बहुजन आघाडी का शिवसेना से तालमेल का प्रयास चल रहा है. दोनों दलों के प्रमुख नेताओं के बीच बातचीत के अनेक दौर हो चुके है. उध्दव ठाकरे ने भी सकारात्मक रुख अपनाया है. ऐसे में महाविकास आघाडी के दो प्रमुख घटक कांग्रेस तथा राकांपा का अब तक रवैया साफ नहीं हुआ है. राकांपा ने वंचित आघाडी के महाविकास आघाडी में शामिल होने पर कोई एतराज नहीं होने की भूमिका रखी है. किंतु कांग्रेस अब तक रुख स्पष्ट नहीं कर सकी.
इस बीच आज नाशिक दौरे पर आये असदुद्दीन ओवैसी ने एमआईएम की तरफ से साफ कर दिया कि, इस बारे में और अधिक खुलासा वे वक्त आने पर करेंगे. ओवैसी ने लव जिहाद विरोधी कानून के बारे में कहा कि, भारत के संविधान के अनुसार लोग अपनी पसंद के अनुसार विवाह कर सकते है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि, उसकी जहां सत्ता है, वहां ऐसा गैरकानूनी कायदा बनाया जा रहा है. ओवैसी ने कहा कि, भाजपा में ही ऐसे अनेक लोग है, जिन्होंने इस प्रकार के विवाह संबंध जोडे हैं. कोई प्रेम कर रहा है, तो आपको क्यों तकलीफ हो रही है. ओवैसी ने कहा कि, प्रत्येक मसले को जातिवादी नजरियें से नहीं देखना चाहिए. धर्म परिवर्तन के बारे में पुराने कानून है. उन्हें जो अच्छा लगता है, करने दीजिए. हमारे पास बेरोजगारी, महंगाई और अन्य कई ज्वलंत विषय है, उसपर बोलिये. ओवैसी ने अहमदनगर के नामांतर प्रस्ताव के बारे में पूछने पर कहा कि, युवाओं को रोजगार दे, नौकरियों के अवसर बढाए, महंगाई कम करे. उन्हें सिर्फ नाम की पडी है. नामांतर की बजाय काम की बातों पर बोले.