प्रभावित क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन घोषित कर टेस्टिंग के प्रमाण बढ़ाएं
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार डॉ. दीपक म्हैसेकर के निर्देश
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कोरोना त्रिसूत्री का कडाई से पालन जरूरी
अमरावती/दि.१९– संभाग के अमरावती, यवतमाल, अकोला जिले में कोरोना के मरीज बड़े पैमाने पर पाए जा रहे है. फरवरी माह में कोरोना मरीजों की संख्या सर्वाधिक हो चुकी है. कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए जिले के जिन इलाकों में मरीजों की संख्या सर्वाधिक है. वहां पर कंटेनमेंट जोन घोषित कर कोविड टेस्टिंग के प्रमाण बढ़ाने के निर्देश मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार डॉ. दीपक म्हैसेकर ने दिए. उन्होंने कहा कि नागरिकों को त्रिसूत्री का पालन करने के कड़े निर्देश दिए जाए.
जिलाधिकारी कार्यालय में आज विभाग अंतर्गत अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम इन पांच जिलों में बढ़े कोरोना मरीजों की संख्या, स्वास्थ्य व राजस्व विभाग की ओर से प्रकोप रोकने के लिए किया गया नियोजन को लेकर म्हैसेकर ने वीडियो कॉन्फ्ररेंस के माध्यम से ब्यौरा लिया. इस समय वे बोल रहे थे. इस अवसर पर विभागीय आयुक्त पियूष सिंह, पुलिस आयुक्त आरती सिंह, जिलाधिकारी शैलेश नवाल, अकोला के जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर, बुलढाणा के जिलाधिकारी एस.राममूर्ति, वाशिम के जिलाधिकारी षण्मुखराजन एस., मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल येडगे, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले आदि मौजूद थे.
म्हैसेकर ने कहा कि अमरावती जिले के अचलपुर तहसील, अमरावती मनपा क्षेत्र, यवतमाल जिले के यवतमाल, पुसद और पांढरकवडा नगर परिषद क्षेत्र और अकोला जिले के अकोट व मूर्तिजापुर तहसील और अकोला मनपा क्षेत्र में कोरोना के मरीज ज्यादा मिल रहे है. इस क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए जिलाधिकारियों ने सभी क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर प्रभावित परिवारों के लोगों व कोरोना के लक्षण दिखाई देनेवाले लोगों की कोरोना टेस्ट करवानी चाहिए. जिन इलाकों में अधिक मरीज पाए जा रहे है. वहां पर टेस्टिंग का प्रमाण बढ़ाएं. जिले में भीड़ टालने के लिए राजस्व व पुलिस विभाग ने दंडात्मक कार्रवाई के साथ ही प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाएं करनी चाहिए.
अकोला जिले में कोरोना मरीज तेजी से बढ़ रहे है. यह दर ३२ फीसदी है. वहीं अमरावती जिले में भी रोजाना पॉजीटीव मिलनेवाले मरीजों का दर ४८ फीसदी है. जबकि साप्ताहिक दर ३५ फीसदी है. यवतमाल में दैनिक और साप्ताहिक पॉजीटीव दर १५ फीसदी है. संभाग के पांचों जिलों के कोरोना मरीज संख्या व प्रशासन की ओर से दिए गए नियोजन का ब्यौरा लेते हुए उन्होंने कहा कि जिले में मनपा क्षेत्र के जिन प्रभागों के अलावा ग्रामीण इलाकों में जिस तहसील में मरीज मिलने व मरीजों की मृत्यु का प्रमाण ज्यादा है. वहां पर प्रशासन ने ज्यादा ध्यान देकर कोरोना टेस्ट, टीकाकरण, घर-घर जाकर सर्वेक्षण, कान्टैक्ट ट्रेसिंग आदि का नियोजन कर उपाययोजनाएं करनी चाहिए.
स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित फ्रंटलाईन कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा किया जाए. पहला डोज लेने के बाद दूसरा डोज भी लेना चाहिए. प्रत्येक को कोरोना टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए. निगेटीव रिपोर्ट पाए जानेवाले व्यक्तियों की हलचलों पर प्रतिबंध लगाएं.
सर्वाधिक प्रभावित रहनेवाले जिलों में कॉन्टैक्ट टे्रसिंग का प्रमाण बढ़ाए. एक मरीज के पीछे कम से कम २० से ३० निकटवर्तीयों की जांच कर टेस्ट का प्रमाण बढ़ा और पॉजीटीव दर १० फीसदी से कम लाने का प्रयास किया जाए. लक्षण पाए जानेवाले मरीजों की आरटीपीसीआर टेस्ट भी की जाए.
बैठक में पांचों जिले के जिलाधिकारियों ने कोरोना प्रकोप रोकने के लिए प्रशासन द्वारा किए जानेवाली उपाययोजनाओं की जानकारी प्रधान सलाहकार को दी.