मूसलाधार से मचा हाहाकार

12 घंटे झमाझम बरसा पानी

* शहर सहित जिले में आम जनजीवन अस्तव्यस्त
* कई रिहायशी इलाको में जलजमाव वाली स्थिति
* गांव-देहातो में खेत-खलिहान पानी में डूबे
* चांदुर रेलवे, धामणगांव रेलवे व भातकुली तहसील क्षेत्र में बारिश का सर्वाधिक कहर
* अप्पर वर्धा बांध 60 फीसद भरा, बगाजी सागर ओवरफ्लो
* बगाजी सागर के 31 में से 25 दरवाजे खोलकर जलनिकासी शुरु
अमरावती /दि.14 – करीब 12 दिनों के विश्राम पश्चात कल बुधवार 13 अगस्त को एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरु हुआ तथा अगले 12 घंटो तक जिले में चहुंओर मूसलाधार बारिश होती रही. जिसने शहर सहित जिले में हर ओर हाहाकार मचा दिया. इस बारिश के चलते जहां शहर सहित जिले में कई स्थानों पर रिहायशी इलाकों में जलजमाव वाली स्थिति बन गई, वहीं कई ग्रामीण इलाको में खेत-खलिहान बाढ व बारिश के पानी में डूब गया. दिनभर आसमान से लगातार होती बारिश तथा नीचे जमीन पर हर ओर पानी जमा रहने के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हुआ. हालांकि यह बारिश जिले के किसानों के लिए संजीवनी साबित होती दिखाई दी. जिससे सोयाबीन व कपास सहित खरीफ फसलों को नया जीवनदान मिला है. क्योंकि विगत लंबे समय से बारिश नदारद रहने के चलते कई तहसील क्षेत्रों में फसले सूखने की कगार पर पहुंच चुकी थी. साथ ही साथ गत रोज लगातार 12 घंटे हुई बारिश के चलते कई स्थानों पर जलजमाव एवं बाढसदृष्य हालात बन जाने की वजह से खेती-किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान होने की भी जानकारी है. ऐसे में प्रशासन द्वारा बाढ व बारिश से हुए नुकसान का पंचनामा करना शुरु किया गया है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मौसम विभाग ने दोन-तीन दिन पहले ही 13 अगस्त को भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए नागरिकों को बेहद जरुरी काम रहने पर ही अपने घरों से बाहर निकलने की सलाह दी थी. मौसम विभाग द्वारा जताई गई अपेक्षा के अनुरुप कल 13 अगस्त को चहुंओर बिजली की तेज गडगडाहट के साथ झमाझम बारिश का दौर शुरु हुआ. जिसके चलते आसमान से लेकर जमीन तक हर ओर बस पानी ही पानी था. बारिश का सर्वाधिक असर अमरावती शहर सहित धामणगांव रेलवे, चांदुर रेलवे व भातकुली तहसील क्षेत्र में देखा गया. जहां पर सडक और नदी-नाले पानी से भरकर एकजान हो चुके थे तथा जगह-जगह पानी जमा रहने के चलते लोगबाग भी जगह-जगह पर हर ओर फस गए थे. जिसके चलते आपत्ति व्यवस्थापन के पथकों को भी बाढ व बारिश में फसे लोगों को रेस्क्यू करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पडा. इसके अलावा जिले के धारणी, चिखलदरा, अंजनगांव सुर्जी, दर्यापुर, परतवाडा, अचलपुर, दर्यापुर, मोर्शी व तिवसा तहसील क्षेत्रों में भी चहुंओर जमकर बारिश हुई.
* घंटेभर की बारिश से राजापेठ अंडरपास लबालब
– दिनभर बंद रही वाहनों की आवाजाही
कल सुबह बारिश के शुरु होते ही महज एक घंटे के भीतर राजापेठ स्थित रेलवे अंडरपास में पानी भरना शुरु हो गया और देखते ही देखते इस रेलवे अंडरपास के भीतर लबालब पानी भर गया. यह स्थिति कल पूरा दिन कायम रही और देर शाम बारिश का जोर कम होने के बाद भी रेलवे अंडरपास में पानी भरा रहा. जिसके चलते इस रेलवे अंडरपास के कल पूरा दिन वाहनों की आवाजाही बाधित रही और नागरिकों को एक ओर से दूसरी ओर जाने के लिए राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज का प्रयोग करने के साथ ही काफी दिक्कतों का सामना करना पडा. सबसे ज्यादा तकलिफ उन लोगों को हुई, जिन्हें शंकर नगर एवं बेलपुरा की ओर से राजापेठ की ओर आना-जाना करना था. क्योंकि रेलवे ओवरब्रिज इन दोनों इलाकों की ओर जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है.

* चांदुर एवं धामणगांव रेलवे में हर ओर ‘त्राहिमा’
कल दिनभर के दौरान हुई बारिश के चलते जहां शहर सहित जिले के सभी नदी-नाले अपने पूरे उफान पर रहे. वहीं महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित अप्पर वर्धा बांध के कैचमेंट एरिया में भी झमाझाम बारिश होने के चलते अप्पर वर्धा बांध में 60 फीसद तक जलसंग्रहण हो गया. वहीं अमरावती व वर्धा जिले की सीमा पर वरुड बगाजी गांव स्थित लोअर वर्धा बांध यानि बगाजी सागर बांध के 31 में से 25 दरवाजों को खोलकर वर्धा नदी में जलनिकासी करनी पडी. जिसके चलते वर्धा नदी के किनारे बसे चांदुर रेलवे व धामणगांव रेलवे तहसील क्षेत्र के कई गांवों में हालात और भी बिकट हो गए. जहां चांदुर रेलवे-नांदगांव खंडेश्वर मार्ग पर रेलवे अंडरपास के नीचे लबालब पानी भर जाने के चलते यहां से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई. वहीं दत्तापुर से होकर बहनेवाली चंद्रभागा नदी में बाढ आ जाने के चलते भोईपुरा परिसर में बाढ का पानी जा घुसा. जहां से 20 परिवारों को स्थलांतरित करना पडा, जिन्हें नगर परिषद कार्यालय, समाज मंदिर, स्कूल व सभागार में सुरक्षित पहुंचाया गया. इसके अलावा विरुल रोंघे गांव से होकर बहनेवाले नाले में आई बाढ का पानी खेत-खलिहानों में जा घुसा. जिससे सैकडों हेक्टेअर कृषि क्षेत्र के बर्बाद होने की संभावना है. इसके अलावा धामणगांव रेलवे-सोनेगांव खर्डा रास्ते के साथ ही नांदगांव खंडेश्वर-राजूरा-पलसखेड की ओर जानेवाला रास्ता भी बाढ व बारिश की वजह से बंद हो गया था. इसके साथ ही मांडवा, कलमगांव व मांजरखेड में भी बारिश का अच्छा-खासा कहर देखा गया.

 

* भातकुली तहसील के कई गांव हुए जलमग्न
भातकुली तहसील में भी गत रोज हर ओर अतिवृष्टि का आलम रहा. जिसके चलते भातकुली तहसील के खारतलेगांव सहित क्षेत्र के कई गांवों में बाढ व बारिश का पानी लोगों के घरों में जा घुसा. जिससे लोगों के घर में रखे जीवनावश्यक वस्तुएं एवं अनाज तमाम साजो-सामान को नुकसान पहुंचा है. साथ ही साथ इस क्षेत्र में कई इलाकों का संपर्क भी टूट गया है.

* दिनभर के दौरान बरसा 96 मिमी पानी, पारा 25 डिग्री तक लुढका
जिला प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गत रोज अमरावती जिले में औसत 96 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जो जारी सीजन के दौरान एक दिन में हुई बारिश के लिहाज से सर्वाधिक है. इसके अलावा विगत 24 घंटों के दौरान अकोला में 18 मिमी, यवतमाल में 72 मिमी, वाशिम में 3 मिमी व बुलढाणा में 4 मिमी बारिश होने की जानकारी है. कल पूरा दिन लगातार हुई बारिश के चलते अमरावती के तापमान में एक झटके के साथ 8 डिग्री सेल्सीअस की गिरावट दर्ज की गई और अधिकतम तापमान लुढककर 25 डिग्री सेल्सीअस पर जा पहुंचा. इसी तरह अकोला में भी 24 घंटे के भीतर अधिकतम तापमान में 7.2 डिग्री सेल्सीअस की गिरावट दर्ज की गई है और गत रोज अकोला का अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सीअस दर्ज किया गया.

* 17 तक बारिश को लेकर अलर्ट जारी
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मौसम विभाग द्वारा विदर्भ क्षेत्र में 17 अगस्त तक झमाझम बारिश होने को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिसमें से 14 अगस्त को नागपुर, गोंदिया, भंडारा, गढचिरोली, वर्धा व यवतमाल तथा 15 व 16 अगस्त को अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा, यवतमाल, वर्धा, चंद्रपुर व गढचिरोली जिलो के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में बाढ व बारिश के संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन ने नदी-नालों के किनारे रहनेवाले सभी लोगों को सावधान व सतर्क रहने हेतु कहा है.

Back to top button