अमरावती स्टेशन से रेल गाडियों की आवाजाही रहेगी अबाधित

रेलवे उडानपुल की वजह से फिलहाल कोई बाधा नहीं

* रेलवे स्टेशन पर फुल लेंथ वाले प्लेटफार्म उपलब्ध
* रेलवे ओवरब्रिज को तोडते या बनाते समय दो से तीन दिन आएगी बाधा
* तब दो-तीन दिनों के लिए बडनेरा स्टेशन से ट्रेनें चलाने पर होगा विचार
अमरावती/दि.3 – विगत 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात शहर के बिचोबिच राजकमल से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल को पुराना, जर्जर व खस्ताहाल बताकर बंद कर दिया गया था. तब से ही यह रेलवे उडानपुल लगातार चर्चा में बना हुआ है और इसे कब तोडा जाता है तथा इसके स्थान पर नए उडानपुल का कब निर्माण होता है, इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है. इसी बीच विगत 28 अगस्त को शहर पुलिस उपायुक्त रमेश धुमाल द्वारा मध्य रेलवे के भुसावल मंडल रेल प्रबंधक के नाम भेजे गए पत्र की जानकारी सामने आई. जिसमें शहर पुलिस द्वारा रेलवे उडानपुल के नीचे से वाहनों की आवाजाही के साथ-साथ रेल गाडियों की आवाजाही को भी बंद करने की सिफारिश की गई थी. इसके चलते यह खबर बडी तेजी के साथ फैली थी कि, अमरावती रेलवे स्टेशन से जल्द ही रेल गाडियों की आवाजाही को बंद कराया जा सकता है और अमरावती से छुटनेवाली रेल गाडियों को बडनेरा रेलवे स्टेशन से चलाया जा सकता है. लेकिन जब दैनिक अमरावती मंडल ने इस बारे में अपने स्तर पर पडताल की तो पता चला कि, ऐसी सभी आशंकाए निराधार है. क्योंकि फिलहाल मध्य रेलवे के भुसावल मंडल प्रबंधक कार्यालय द्वारा अमरावती रेलवे स्टेशन से रेल यातायात को बंद करने के बारे में कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया और इस बारे में अब तक कोई निर्णय भी नहीं लिया गया. जिसका सीधा मतलब है कि, अमरावती रेलवे स्टेशन से रेल गाडियों की आवाजाही पहले की तरह अबाधित रहेगी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक अमरावती रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म फूल लेंथ वाले है. जिसमें से प्लेट फार्म क्रमांक 1 की लंबाई करीब 700 से 800 मीटर है. जिसके सामने 24 डिब्बों वाली रेल गाडी बडी आसानी के साथ खडी रह सकती है. इस समय अमरावती स्टेशन पर 24 डिब्बों वाली किसी भी ट्रेन का आना-जाना नहीं होता, बल्कि यहां से छुटनेवाली और यहां पर आनेवाली अधिकांश रेल गाडियां 18 से 22 डिब्बो वाली होती है. जिसके चलते छोटे आकार वाली रेल गाडियां जहां रेलवे ओवरब्रिज से पहले वाले प्लेटफार्म के हिस्से पर खडी रहती है, वहीं थोडी बडी लंबाई वाली रेल गाडियों के 6 से 7 कोच ही रेलवे ओवरब्रिज के नीचे और उससे आगे खडे रहते है. जिसके चलते फिलहाल इन रेल गाडियों के अमरावती रेलवे स्टेशन पर खडे रहने और यहां से आना-जाना करने में कोई दिक्कत नहीं है, ऐसा भी रेल प्रशासन के सूत्रों द्वारा कहा गया. साथ ही यह भी बताया गया कि, अभी पुराने रेलवे ओवरब्रिज को तोडने और उसके स्थान पर नए रेलवे ब्रिज का निर्माण करने का काम शुरु होने में काफी समय है और जब इस रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरु किया जाएगा, तब मात्र 2 से 3 तीन दिन के लिए ही रेल यातायात में बाधा आ सकती है और उस समय 2-3 दिनों के लिए अमरावती स्टेशन से चलनेवाली रेल गाडियों को बडनेरा स्टेशन से चलाए जाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा. तब तक अमरावती रेलवे स्टेशन से सभी रेल गाडियों की आवाजाही नियमित तौर पर शुरु रहेगी.

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