आदिवासी समाज ने निकाला जनाक्रोश भाकर मोर्चा

सरकारी नौकरियों में अन्य समाजों की घुसखोरी रोकने की उठाई मांग

अमरावती/दि.30- आदिवासी समाज हेतु आरक्षित रहनेवाले राजनीतिक पदों व सरकारी नौकरियों के साथ ही शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक व रोजगार संबंधी अवसरों में गैर आदिवासियों द्वारा अतिक्रमण किए जाने के खिलाफ आदिवासी संगठनों द्वारा आज मंगलवार 30 सितंबर की सुबह स्थानीय इर्विन चौराहे से जिलाधीश कार्यालय तक भव्य जनाक्रोश भाकर मोर्चा निकाला गया और जिलाधीश आशीष येरेकर से मुलाकात करते हुए उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया.
जिलाधीश को सौंपे गए ज्ञापन में आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि, आदिवासी आरक्षण में बडे पैमाने पर गैर आदिवासियों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है. साथ ही इन दिनों बंजारा व धनगर सहित 83 जाति समूहों द्वारा खुद को अनुसूचित जनजाति के संवर्ग में शामिल किए जाने की मांग भी उठाई जा रही है, जिसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए. इसके अलावा आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी अन्य कई प्रमुख मांगों को लेकर भी जिलाधीश के समक्ष मुद्दे उपस्थित किए.
इस आंदोलन में विठ्ठल मरापे, अर्जून युवनाते, दिनेश टेकाम, संतोष वलके, विठ्ठल तुमराम, हेमराज राऊत, रोहित झाकर्डे, जगदेव युवने, ऋषिकेश लव्हाले, सुरेश मडावी, मनोहर उइके, देवानंद धुर्वे, राजेश सडमाके, भूषण मसराम व जयंत वाडवे सहित विभिन्न आदिवासी संगठनों के अनेकों पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.

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