तुषार भोजवानी की डॉक्युमेंट्री ऑस्कर की रेस में
रोर ऑफ द टाइगर फिल्म ने सेक्शन टॉप 15 में बनाई जगह

अमरावती/दि. 21 – भोपाल के युवा फिल्म निर्माता तुषार भोजवानी (भोपाल 28) की डॉक्युमेंट्री फिल्म रोर ऑफ द टाइगर ने विश्व के सबसे प्रतिष्ठीत अवार्ड में से एक अकादमी अवार्डस के स्टूडेन्स सेक्शन में टॉप 15 में जगह बना ली है. यह डॉक्युमेंट्री फिल्म पेंच टाइगर रिजर्व में इंसान व टाइगर के बीच टकराव पर आधारित है. अगर यह फिल्म टॉप 3 में जगह बनाती है तो तुषार को लॉस एंजिल्स में होने वाले ऑस्कर सेरेमनी के लिए आमंत्रित किया जाएगा
तुषार ने इस डॉक्युमेंट्री के निर्माण कीे कहानी सांझा करते हुए बताया कि, मै पिछले साल जुलाई- अगस्त में करीब 35 दिनो तक पेंच टाइगर रिजर्व में रहा शुरूआात के 30 दिन बहुत कठिन थे. क्योकि मुझे मुश्किल से 40-50 सेंकड के टाइगर के फुटेज मिल पाते थे. जिसमें मै बहुत निराश हो गया था क्योकि 20 मिनिट की डॉक्युमेट्री बनाना असंभव लग रहा था लेकिन आखिर के 3 दिन कहानी के टर्निंग प्वाइंट बन गए जिसमें एक टाइगर पास के गांव में घुस गया जिसे हमने दिखाया कि गांव में घुसे टाइगर को कैसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया.
गांव वालों की क्या प्रतिक्रिया रही और कैसे मेन वर्सेस एनिमल का पुरा एंगल सामने आया. इस पूरे वाकये को शूट करने के लिए मै 3 दिन तक 10 से 11 घंटे शूट करता रहा. भोपाल में डीपीएस मे पढे तुषार ने जय हिंद कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया इसी दौरान उन्होंने लंदन एनएफटीएस के लिए अप्लाय किया था. जहां वे सिलेक्ट हो गए उन्होंने 2021 में वन विहार पर 11 मिनिट की अपनी पहली डॉक्युमेट्री बनाई थी. एमपी टूरिज्म डिस्कवरी व एप्पल प्रोडक्शन हाउस के साथ भी उन्हेें काम करने का मोैका मिला जिसमें भोपाले के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर निशांत कपुर का उन्हें सहयोग मिला
पेंच को ही क्यो चुना
तुषार ने बताया कि मै पहले भी पेंच में कुछ प्रोडक्ट के लिए
100दिन से ज्यादा बिता चुका हूं वहा के भूगोल, व्यवहार व आसपास के इलाको के बेहतर समझता हूं नेशनल हाइवे 44 का साउंडप्रूफ हिस्सा और वहां से होती वाइल्डलाइफ की क्रासिंग ने मुझे शूट करने के लिए आकर्षित किया. तुषार ने कहां की इस फिल्म को बनाने में मुझे एमपी वन विभाग की भी काफी मदद मिली है.
लंदन में कर रहे 56 लाख का कोर्स
तुषार अभी लंदन के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान नेशनल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल (एनटीएफएस) में एमए इन डायरेक्टींग एंड प्रोड्यूसिंंग साइंस एंड नेचुरल हिस्ट्री में मास्टर्स कोर्स कर रहे है. दुनिया भर में सिर्फ 10 स्टूडेंट को ही इस कोर्स में जगह मिलती है. इस कोर्स की फीस 56 लाख रूपए है. ऑस्कर अवार्ड के लिए डॉक्युमेंट्री की एंट्री संस्थान की ओर से ही कि जाती है.





