महिला सिपाही की हत्या मामले में दो ‘सुपारी किलर’ गिरफ्तार
श्रेयश महल्ले व ओम शिकार बताए गए सुपारी किलर्स के नाम

* महिला के पति राहुल तायडे ने ही दी थी पत्नी को मारने की सुपारी
अमरावती/दि.4 – स्थानीय फ्रेजरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत घटित महिला सिपाही आशा धुले की हत्या के मामले में पुलिस ने श्रेयश संजय महल्ले (25, महारुद्र कॉलनी अर्जुन नगर) व ओम मोरेश्वर शिकार (18, देशमुख लॉन्स के पास, रामनगर गल्ली नंबर 1) नामक किराए के दो हत्यारों यानि सुपारी किलर्स को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है. जिन्हें खुद उस महिला सिपाही के पुलिस कर्मी पति ने ही अपनी पत्नी को जान से मार देने की सुपारी दी थी. इस मामले में फ्रेजरपुरा पुलिस द्वारा विगत शनिवार को ही मृतक महिला के पति व एसआरपीएफ के सिपाही राहुल तायडे को गिरफ्तार किया गया था. जिसने पुलिस के सामने कबूल किया था कि, उसने अपने परिचय में रहनेवाले दो लोगों को अपनी पत्नी की हत्या के लिए पांच लाख रुपए की सुपारी दी थी. जिसमें से 50 हजार रुपए का एडवांस पेमेंट करते हुए शेष साढे 4 लाख रुपए काम हो जाने के बाद देने की बात तय की थी. इस जानकारी के सामने आते ही फ्रेजरपुरा पुलिस के दल ने उन दोनों भाडे के हत्यारों की तलाश करनी शुरु कर दी थी. जिन्हें आखिरकार गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. जिसके बाद अब उन दोनों आरोपियों से इस समय कडाई के साथ पूछताछ की जा रही है.
* राहुल तायडे ने एक माह से बना रखा था मर्डर का प्लान
– एक्सीडेंट के चलते पत्नी के घर पर रहने के मौके का उठाया फायदा
बता दें कि, स्थानीय वडाली परिसर स्थित गुरुकृपा कॉलोनी में रहनेवाली फ्रेजरपुरा थाने की महिला पुलिस कर्मी आशा धुले विगत 1 अगस्त की शाम अपने घर की फर्श पर संदेहास्पद रुप से मृत पडी मिली थी. इस घटना को लेकर मृतक महिला की बहन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर फ्रेजरपुरा पुलिस ने मृतका के पति एवं एसआरपीएफ के पुलिस सिपाही राहुल तायडे को हिरासत में लिया था. जिससे की गई पूछताछ के बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ था और यह जानकारी सामने आई थी कि, खुद राहुल तायडे ने ही अपनी जान-पहचान में रहनेवाले श्रेयस महल्ले को अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारने की सुपारी दी थी. श्रेयस महल्ले के साथ परिचय होने के बाद राहुल तायडे उसके साथ हमेशा ही संपर्क में रहते हुए उसे जमकर शराब पिलाया करता था और उसका खर्चापानी भी उठाया करता था. श्रेयस को पूरी तरह से अपने भरोसे में लेने के बाद राहुल ने उसे धीरे से बताया कि, वह अपनी पत्नी से बेहद परेशान है और उसे उसकी पत्नी काफी तंग करती है. ऐसे में वह अपनी पत्नी से छुटकारा पाना चाहता है. साथ ही राहुल तायडे ने श्रेयस के सामने यह पेशकश भी रखी थी कि, अगर श्रेयस इस काम में उसकी मदद करता है तो राहुल उसे 5 लाख रुपए देगा. इतनी बडी रकम की लालच में आकर श्रेयस यह काम करने के लिए तैयार हो गया और उसने इस काम में अपने दोस्त ओम शिकार को भी शामिल किया. जिसके बाद राहुल ने उसे 50 हजार रुपए एडवांस दिए थे और बचे हुए साढे 4 लाख रुपए काम हो जाने के बाद देने का वादा किया था. 5 लाख रुपए में सौदा तय हो जाने के बाद विगत 1 अगस्त की शाम श्रेयस महल्ले व ओम शिकार ने विगत 1 अगस्त की शाम राहुल तायडे के घर पर पहुंचकर उस समय घर पर अकेली मौजूद आशा धुले को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया था. खास बात यह भी रही कि, भाडे के हत्यारों का काम आसान करने के लिए ठीक उसी वक्त राहुल तायडे अपनी 9 वर्षीय बेटी को घुमाने-फिराने के लिए बाहर लेकर गया था और तय प्लान के मुताबिक पत्नी आशा धुले की हत्या होने के बाद ही घर पर लौटा.
* राहुल तायडे का किसी अन्य महिला से चल रहा था प्रेमसंबंध
– उस दूसरी महिला से करना चाह रहा था विवाह
– पति-पत्नी के बीच तीन-चार साल से चल रही थी तनातनी
इस वक्त पुलिस की हिरासत में रहनेवाले राहुल तायडे द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक राहुल तायडे का आशा धुले के साथ विवाहित के बावजूद विगत तीन-चार वर्षों से किसी अन्य महिला के साथ प्रेमसंबंध चल रहा था और राहुल तायडे उस दूसरी महिला के साथ विवाह करना चाह रहा था. इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर ही विवाद हुआ करता था और करीब तीन-चार पहले यह मामला फ्रेजरपुरा पुलिस थाने भी पहुंचा था. जहां पर एनसी मैटर दर्ज किया गया था. इसी बीच करीब 20 दिन पहले आशा धुले नामक महिला सिपाही का एक्सीडेंट हुआ था और वह स्वास्थ कारणों के चलते छुट्टी पर रहते हुए अपने घर पर आराम कर रही थी. ऐसे में राहुल तायडे ने इस मौके का फायदा उठाने की सोची और आशा धुले को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. जिस पर विगत 1 अगस्त की शाम अमल किया गया. तय प्लान के मुताबिक 1 अगस्त को शाम 5 बजे के आसपास जब राहुल तायडे का बेटा स्कूल में था, वहीं उस वक्त राहुल तायडे खुद अपनी बेटी को साथ लेकर उसे ट्युशन छोडने हेतु निकला. लेकिन बेटी को ट्युशन छोडने की बजाए वह उसे साथ लेकर घर के आसपास ही इधर-उधर घुमता रहा. इस बीच श्रेयस महल्ले व ओम शिकार अपने चेहरे पर नकाब डालकर राहुल तायडेके घर में घुसे और उन्होंने राहुल की पत्नी आशा धुले का गला घोटना शुरु कर दिया. लेकिन इसी समय राहुल तायडे व आशा धुले का बेटा स्कूल से घर लौट आया. जिसने अपने घर में दो नकाबपोशों को देखते ही चीखपुकार मचाई और वह चिल्लाता हुआ उपरी मंजिल पर रहनेवाले किराएदार के यहां भागा. जिसकी आवाज सुनकर किराएदार परिवार के लोग नीचे आए. लेकिन तब तक दोनों नकाबपोश वहां से भाग चुके थे और आशा धुले नीचे जमीन पर अचेत पडी थी. जिसे तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया. परंतु तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
* ऐसे हुआ था राहुल तायडे पर संदेह
विगत 1 अगस्त की शाम अपने तय प्लान के मुताबिक राहुल तायडे अपनी बेटी को लेकर वापिस अपने घर लौटा और उसने घर में चोरी हो जाने तथा घर में रखा सोना चुरा लिए जाने को लेकर चीख-पुकार मचानी शुरु की. जबकि उस वक्त उसकी पत्नी आशा धुले नीचे जमीन पर अचेत पडी हुई थी. जिसके लिए राहुल तायडे की ओर से कोई फिक्र नहीं दिखाई गई. ऐसे में उसके इस व्यवहार को देखकर आशा धुले की बहन एवं अन्य परिजनों को उस पर संदेह हुआ. जिसके चलते आशा धुले की बहन ने राहुल तायडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसी दौरान पुलिस को आसपडोस के लोगों से यह जानकारी मिल चुकी थी कि, राहुल व आशा के घर से दो नकाबपोश बाहर भागते दिखाई दिए थे. ऐसे में फ्रेजरपुरा पुलिस ने राहुल तायडे से जमकर पूछताछ की तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया और अब राहुल तायडे द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने दोनों सुपारी किलर्स को गिरफ्तार भी कर लिया है. जिनसे अब पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है. साथ ही अब इस पूरे मामले का पर्दाफाश भी हो चुका है. जिसे अमरावती शहर पुलिस की एक बडी सफलता माना जा रहा है.
* दोनों सुपारी किलर्स का है अपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आशा धुले को मौत के घाट उतारने के लिए राहुल तायडे ने जिन दो युवकों को सुपारी किलर के तौर पर चुना था, उन दोनों का पहले से क्रिमिनल रिकॉर्ड है. जिसमें श्रेयस महल्ले कुख्यात चोर बताया जाता है. चूंकि राहुल तायडे भी पुलिस महकमें की ही सेवा में है. जिसके चलते वह अपने किसी परिचित के जरिए श्रेयस महल्ले के संपर्क में आया था. जिसके बाद राहुल तायडे ने श्रेयस महल्ले के साथ अपनी जान-पहचान का दायरा बढाते हुए उसे अपने प्लान में शामिल होने के लिए राजी किया. जिसके बाद श्रेयस महल्ले ने इस काम में अपने दोस्त ओम शिकार को भी शामिल किया. ओम शिकार भी पुलिस रिकॉर्ड पर रहनेवाला एक पेशेवर अपराधी है और इन दोनों आरोपियों ने साथ मिलकर आशा धुले को बडी निर्ममता के साथ गला घोटते हुए मौत के घाट उतार दिया.





