उद्धव ने फडणवीस को याद दिलाया पुराना पत्र
गीला अकाल की संज्ञा नहीं रहने पर साधा निशाना

मुंबई /दि.1- राज्य में हर ओर अतिवृष्टि व मूसलाधार बारिश सहित बाढ की वजह से हुए नुकसान को देखते हुए विपक्ष द्वारा राज्य में गीला अकाल घोषित किए जाने की मांग की जा रही है. जिस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि, सरकारी नियमों व दस्तावेजों में गीला अकाल शब्द की कोई व्याख्या ही नहीं है. हालांकि आपदा प्रभावितों को अकालग्रस्त मानते हुए ही उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी. जिस पर पलटवार करते हुए शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीएम फडणवीस को अक्तूबर 2020 में नेता प्रतिपक्ष रहते समय लिखे गए उनके ही एक पत्र का हवाला दिया है. जिसमें तत्कालिन नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने महायुति सरकार से राज्य में गीला अकाल घोषित करते हुए प्रभावितों को सहायता दिए जाने की मांग की थी. इस पत्र को सभी के सामने रखते हुए उद्धव ठाकरे ने जानना चाहा कि, तब फडणवीस के लिए गीले अकाल की संज्ञा मायने रखती थी और आज वे इस शब्द को ही नकार रहे है.
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि, इस समय भाजपा नेताओं का पूरा ध्यान बिहार के विधानसभा चुनाव की ओर है और उनके पास महाराष्ट्र की ओर ध्यान देने के लिए समय ही नहीं है. बिहार में चुनाव रहने की वजह से वहां की महिलाओं को 10-10 हजार रुपए की सहायता दी जा रही है. लेकिन महाराष्ट्र में संकट मंडराता रहने के बावजूद किसी को कोई सहायता नहीं दी जा रही, यह सीधे-सीधे महाराष्ट्र की जनता के साथ अन्याय है.





