युति के तहत हमारा दावा कम से कम 20 सीटों पर

शिंदे सेना के जिला प्रमुख संतोष बद्रे का कथन

* पिछली बार जीती गई 7 सीटों पर तो पार्टी का क्लेम बताया पक्का
* जिन सीटों पर सेना दूसरे स्थान पर थी, उन सीटों पर भी किया दावा
* कल युति के तहत सीटों का बंटवारा फाइनल हो जाने की बात भी कही
अमरावती /दि.19- मनपा के आगामी चुनाव हेतु भाजपा एवं शिंदे गुट वाली शिवसेना के बीच युति होना तय हो चुका है. जिसके चलते अब सभी की निगाहें इन दोनों दलों के बीच होनेवाले सीटों के बंटवारे पर टिकी हुई है. जिसे लेकर दैनिक ‘अमरावती मंडल’ के साथ बातचीत करते हुए शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख संतोष बद्रे ने कहा कि, उनकी पार्टी का युति के तहत कम से कम 20 सीटों पर दावा रहेगा. जिला प्रमुख संतोष बद्रे के मुताबिक मनपा के पिछले चुनाव में शिवसेना ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उस समय निर्वाचित हुए सभी पार्षद इस वक्त शिंदे गुट वाली शिवसेना के साथ है. जिसके चलते उन 7 सीटों पर तो ‘धनुष्यबाण’ के चुनावी चिन्ह का दावा बनता ही है. इसके अलावा पिछली बार करीब 18 सीटें ऐसी थी, जहां शिवसेना दूसरे स्थान पर थी और कई सीटों पर हार-जीत का फैसला बेहद कम वोटों से हुआ था. जिसके चलते ऐसी सीटों पर भी इस बार शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा युति के तहत अपना दावा किया जाएगा.
दैनिक ‘अमरावती मंडल’ के साथ विशेष रुप से बातचीत करते हुए उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख संतोष बद्रे ने बताया कि, मनपा चुनाव के लिए भाजपा-शिंदे गुट वाली शिवसेना की युति के तहत सीटों के बंटवारे को लेकर कल शनिवार 20 दिसंबर को दोपहर बाद दोनों दलों के नेताओं एवं वरिष्ठ पदाधिकारी की उपस्थिति के बीच एक बैठक होने जा रही है. जिसमें शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व विधायक अभिजीत अडसूल, उपनेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, सहसंपर्क प्रमुख व पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल, महिला नेत्री प्रीति संजय बंड एवं जिला प्रमुख होने के नाते वे स्वयं उपस्थित रहेंगे. वहीं भाजपा की ओर से निर्वाचन प्रमुख जयंत डेहनकर व पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे पाटिल एवं शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे द्वारा बैठक में हिस्सा लिया जा सकता है. बद्रे के मुताबिक इस बैठक में शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से मनपा की 20 से 22 सीटों के लिए दावे के तौर पर भाजपा के समक्ष प्रस्ताव पेश किया जाएगा और शिवसेना के लिए कम से कम 20 सीटें छोडे जाने की मांग भी रखी जाएगी.
* वायएसपी से हमारा कोई लेना-देना नहीं
इस बातचीत के दौरान जब शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख संतोष बद्रे से पूछा गया कि, भाजपा द्वारा युति में शिवसेना के साथ-साथ युवा स्वाभिमान पार्टी को भी शामिल किया जा सकता है. ऐसे में क्या कल होनेवाली बैठक में युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे और आपके हिसाब से युवा स्वाभिमान पार्टी के लिए युति के तहत कितनी सीटें छोडी जा सकती है, तो बद्रे का कहना रहा कि, युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ उनका यानि शिंदे गुट वाली शिवसेना का कोई लेना-देना ही नहीं है. शिंदे गुट द्वारा केवल भाजपा के साथ युति करते हुए अपने हिस्से की सीटें मांगी जा रही है. इसके अलावा भाजपा यदि किसी अन्य पार्टी को भी युति में शामिल करती है, तो उस स्थिति में भाजपा को उसके हिस्से में रहनेवाली सीटों में से संबंधित पार्टी के लिए सीटें छोडनी होंगी. इससे भी शिंदे गुट वाली शिवसेना का कोई लेना-देना नहीं रहेगा. हालांकि युति के तहत लडी जानेवाली सभी सीटों पर हम अपने युति धर्म का पालन करते हुए युति में शामिल घटक दलों के प्रत्याशियों का समर्थन ही करेंगे.
* परकोट की 2 सीटों पर रहेगा दावा
उल्लेखनीय है कि, शिंदे सेना के जिला प्रमुख संतोष बद्रे का पुरानी अमरावती कहे जाते प्रभाग क्र. 14 बुधवारा-जवाहर गेट परिसर में निवासस्थान है और इस प्रभाग से खुद संतोष बद्रे की पत्नी कोमल बद्रे भी शिंदे सेना प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने की इच्छुक है. इस विषय को लेकर पूछे गए सवाल पर संतोष बद्रे ने कहा कि, पिछली बार इस प्रभाग की 4 में से 2 सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पडा था और भाजपा को 2 ही सीटों पर जीत मिली थी, ऐसे में इस प्रभाग की 2 सीटों पर युति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा दावा किया गया है. जिसमें से एक सीट पर पार्टी द्वारा युति सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल चुकी कोमल बद्रे को निश्चित तौर पर मौका दिया जा सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं है. यह कहने के साथ ही संतोष बद्रे ने यह विश्वास भी जताया कि, कोमल बद्रे निश्चित तौर पर इस प्रभाग से निर्वाचित भी हो सकती है, ऐसा उन्हें पूरा विश्वास है. जिसके चलते वे खुद कोमल बद्रे को इस प्रभाग से पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने के इच्छुक है.

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