दिवाली मिलन के बहाने चुनावी प्रचार की शुरूआत

गांव में चुनावी बयार बही, राजनीतिक बैठकें बढ़ी

अमरावती /दि.24 – नगर पंचायत, नगर परिषद के अलावा, जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों की आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है. लेकिन यह स्पष्ट है कि ये जल्द ही होंगे. इसी के चलते अब राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं. संभावित उम्मीदवारों ने निर्वाचन क्षेत्र में घूमना शुरू कर दिया है. ऐसा लग रहा है कि उनका प्रचार अभियान अप्रत्यक्ष रूप से शुरू हो गया है. इस पृष्ठभूमि पर चल रहे दिवाली उत्सव ने राजनीतिक रंग ले लिया है और विभिन्न दलों और इच्छुक उम्मीदवारों ने दिवाली मिलन समारोह का आयोजन शुरू कर दिया हैं.
इन दिवाली मिलन कार्यक्रमों का इस्तेमाल राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की जांच और शक्ति प्रदर्शन के साधन के रुप में कर रहे हैं. प्रत्येक वार्ड और मंडल में इच्छुक कार्यकर्ता और स्थानीय पदाधिकारी लोगों से संपर्क बनाकर अपनी लोकप्रियता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. राजनीतिक हलकों के अनुसार, पार्टी नेता इस दिवाली मिलन का इस्तेमाल अपने समर्थकों के माध्यम से करने की कोशिश कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं के प्रवाह, नागरिकों की प्रतिक्रिया और संगठनात्मक मजबूती की जांच की जाएगी. कई जगहों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के उपस्थित रहने और संवाद मंडली में कार्यकर्ताओं से बातचीत कर उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम निर्णय लेने की उम्मीद है. भाजपा, कांग्रेस, राकांपा, शिवसेना जैसी प्रमुख पार्टियों ने ऐसे कार्यक्रमों को महत्व दिया है और जनसंपर्क, छवि और कार्यकर्ता समर्थन की तुलनात्मक समीक्षा की जा रही है. दिवाली के अवसर पर आयोजित इन बैठकों से यह तय होगा कि संभावित उम्मीदवारो में किसका प्रभाव ज़्यादा है.

* चुनाव का माहौल गरमाने लगा
यह तय है कि ये राजनीतिक बैठकें अगले कुछ दिनों में होने वाले जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों के माहौल को और गरमा देंगी. राजनीतिक घटनाक्रम पर सबका ध्यान है.

* राजनीतिक स्तर पर भी ’मिलन’ को लेकर उत्साह
पार्टी नेता भी इन कार्यक्रमों में शामिल होकर स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत कर संभावित उम्मीदवारों की छवि जानने की कोशिश कर रहे हैं. इसी के चलते इस दिवाली राजनीतिक स्तर पर ’मिलन’ का उत्साह दोगुना हो गया है. ग्रामीण इलाकों में दिवाली मिलन कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. अगर इस अप्रत्यक्ष अभियान का अनुमान लगाया जाए, तो इस साल दिवाली के बाद इसके कुछ लंबे समय तक चलने की संभावना है.

* जल्द ही प्रक्रिया में तेजी आएगी
संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी में रहने वालों को ही नागरिकों से सीधे संपर्क में आने का मौका दिया जा रहा है और पार्टी के भीतर होने वाली चर्चाओं में जीत की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है. दिवाली का यह मिलन समारोह अब ’राजनीतिक जमावड़े’ में तब्दील हो चुका है और जल्द ही चुनाव क्षेत्र में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया ज़ोर पकड़ने की संभावना है.

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