अकोला दि. 20 – पश्चिम विदर्भ पिछले वर्षभर में शुरु कोरोना प्रतिबंधात्मक टीकाकरण अभियान के लिए अब तक 1 करोड 27 लाख से अधिक डोज लाये गए. अकोला स्वास्थ्य कार्यालय के विभागीय टीकाकरण भंडार के वरिष्ठ औषध निर्माण अधिकारी राजेंद्र इंगले और वैक्सीन वाहन चालक रामकिसन घुगे ने वर्षभर में कई चुनौतियों को मात देते हुए टीका लाने की महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.
विभाग के अकोला, अमरावती, बुलढाणा, वाशिम और यवतमाल जिले में शुरु किये गए कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए जरुरत के अनुसार वक्त वक्त पर टीके का स्टॉक उपलब्ध कराने, वरिष्ठों के मार्गदर्शन में जिला निहाय टीके वितरित करने का काम विभागीयी टीका भंडार के माध्यम से किया जा रहा है. कंपनी की ओर से बुलाया जाएगा तब वैक्सीन मैन से रात बे रात पुणा की ओर निकलने, विभाग के पास रेफ्रिजरेटर की सुविधा की वैक्सीन वैन न होने के कारण हर बॉक्स में आईस पेैक के माध्यम से 2 से 8 डिग्री का तापमान मेंटेन करने, 16 घंटे के अंदर टीका लाकर निर्धारित किये अनुसार जिला निहाय वितरित करने, उतारा गया स्टॉक सुरक्षित रखने आदि प्रक्रिया से टीका यह स्वास्थ्य उपसंचालक डॉ.राजकुमार चव्हाण के मार्गदर्शन में लाभार्थी तक पहुंचाया जाता है, ऐसा इंगले ने बताया. वर्षभर में पुणे के लिए 21, औरंगाबाद के लिए 20, नागपुर के लिए 2 ऐसे कुल 43 फेरियां लगाकर विभाग के पांच जिलों के लिए टीके लाये गए.
वे दिन तकलीफदेह थे
टीकाकरण अभियान के शुरुआती दौर में राज्य में लॉकडाउन था. इसके कारण अकोला से पुणे रास्ते पर साधारण चाय तक मिलना कठिन था. कई बार टीके लाने के लिए एक दिन जाना एक दिन नंबर लगाकर टीके लेने और निकलने, ऐसेे परेशानी के दिन होने के कारण वैक्सीन वाहन चालक रामकिसन घुगे और मैं हमें तीन दिन के टीफिन साथ में लेकर निकलना पडता था.
– राजेंद्र इंगले, वरिष्ठ औषध निर्माण अधिकारी