यवतमाल में आंधी के साथ बारिश में 1 मृत, 5 घायल
1805 घरों को पहुंचा नुकसान

* जिले में आपदा में 57 पशुओं की भी मौत
यवतमाल/दि.12–जिले की आठ तहसील में मंगलवार, 10 जून को आंधी, बारिश के साथ ही ओलावृष्टि भी हुई है. इस दौरान घाटंजी तहसील में सागौन का पेड गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि यवतमाल, कलंब, पुसद और महागांव तहसील में चार महिलाएं और एक युवक के घायल होने की जानकारी है. इस अवधि में 1,805 मकानों को नुकसान पहुंचा है, जबकि 10 गौशालाएं ढहने के समाचार हैं.
घाटंजी तहसील के जांब में सागौन का पेड गिरने से रामकृष्ण कुलमथे (50) की मौत हो गई. वहीं टीन का शेड गिरने से दो महिलाएं वनिता गजानन गावंडे (40, निवासी रुई वाई) और मंगला भारत मालांडे (37, निवासी देवगढ, पहुर) घायल हो गई. इसके अलावा सारिका सुनील केवटे (30, निवासी पारडी) नामक महिला उस समय घायल हो गईं जब उस पर एक पत्थर गिर गया. अंधड़ की वजह से अभिषेक कैलास दरड़े (25, निवासी मुंगशी) पर एक दीवार गिर गई, जिसमें फंसकर वह घायल हो गया. इसके अलावा सुलोचना रमेश बावने (62, निवासी वाकोडी) एक गिरते हुए पेड के चपेट में आने से घायल हो गई.
नेर, पुसद, दिग्रस और महागांव तहसील में छोटे और बडे कुल 57 जानवरों की मौत हुई है. यवतमाल में चार, आर्णी में 21 मकान और सात झोपडियां, घाटंजी में 218 मकान, वणी में दो मकान, कलंब में 145 मकान आंशिक रूप से और पांच पूरी तरह से गिर गए. इसी प्रकार पुसद में 1130 घर, तीन झोपडियां तथा दिग्रस में 200 घर आंशिक रूप से और पांच मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए. महागांव तहसील में भी 65 मकान ढहने की जानकारी है. जिले में कुल 1,795 मकान आंशिक रूप से, दस पूरी तरह और 10 झोपडियां क्षतिग्रस्त हुई हैं. संभागीय आयुक्त को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पुसद, आर्णी, दिग्रस और महागांव तहसील के 21 गांवों में 162 हेक्टेयर क्षेत्र में लगे तिल, ज्वार, नींबू, केला, संतरा, पपीता, सागौन के पेड़ों को नुकसान पहुंचा है.