विदर्भ

मेडिकल में हर रोज 10 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की जरुरत

24 घंटे 194 मरीज भर्ती

  • 160 कोविड के मरीज और 34 मरीज अन्य बीमारी के

नागपुर/दि.15 – कोरोना संक्रमण से जिले में आपातकाल की स्थिति बन गई है. यह इतनी तेजी से बढ रहा है कि परिवार के परिवार संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में शहर के दो सबसे बडे अस्पताल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) और इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) में सबसे ज्यादा गरीब और मध्यम वर्गीय मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों का भार बढने से ऑक्सीजन की मांग इतनी ज्यादा बढ गई है कि इसकी आपूर्ति करना मुश्किल हो रहा है. सामान्य दिनों में हर रोज 800 क्यूबिक मीटर आक्सीजन की खबत होती थी, जबकि अब कई गुना ज्यादा 14 हजार क्यूबिक मीटर की खपत हो रही है. इन दिनों ये दोनों अस्पताल दोगुनी क्षमता से काम कर रही हैं.
शहर में हर 24 घंटे में 6 हजार के करीब नए मरीज मिल रहे हैं. मेडिकल अस्पताल में 800 से ज्यादा बेड पर कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में मेडिकल की स्थिति देखें तो कैजुअल्टी में 628 मरीज आए, जिसमें से 194 मरीजों को भर्ती किया गया. इन मरीजों में 160 कोविड मरीज थे, जबकि सिर्फ 34 मरीज अन्य बीमारियों के थे. कोरोना काल में मेडिकल स्टॉफ को डबल ड्युटी करना पड रहा है. सामान्य दिनों में जहां एक शिफ्ट में 400 से 450 लोग काम करते थे, वहीं अब 800 लोग एक शिफ्ट में काम कर रहे हैं. इसमें डॉक्टर, नर्स, अटेंडेंट, टेक्निशियन सहित अन्य लोग शामिल है.
मेडिकल अस्पताल में ऑक्सीजन की खपत 10 गुना बढ गई है. सामान्य दिनों में हर रोज800 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन खपत होती थी. अब 14,778 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन लग रहा है. इसमें मेडिकल खुद के ऑक्सीजन प्लांट के अलाव सिलेंडरों से भी मरीजों को ऑक्सीजन दे रहा है. मेडिकल में अधिकतम मरीजों को प्रतिदिन 10 लीटर से ज्यादा ऑक्सीजन की जरुरत पड रही है.

मरीज के आते ही ऑक्सीजन देते हैं

मेडिकल अस्पताल में हम अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर रहे हैं. ऑक्सीजन की खपत काफी बढ गई है. आजकल मरीज को सबसे पहले इलाज के लिए ऑक्सीजन की जरुरत पड रही है. मरीज का रजिस्ट्रेशन होने से पहले ही उसका उपचार शुरु कर देते हैं.
– डॉ.अविनाश गावंडे, चिकित्सा अधिक्षक,
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल

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