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पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे की मांग
नागपुर/ दि.9 – साल 2020 खरीफ के मौसम में राज्य के 138 लाख किसानों में से सिर्फ 15 लाख किसानों को ही नुकसान भरपाई मिल पाई है. 5,217 करोड रुपयों का संपूर्ण बीमा निकाले जाने के पश्चात भी नुकसान भरपाई के रुप में सिर्फ 974 करोड रुपए का वितरण किया गया है. इसमें बीमा कंपनियों ने 4234 करोड रुपयों का नफा कमाया है. इस मामले की जांच किये जाने की मांग पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने की है. संपूर्ण मामले की जांच कर कृषि मंत्री अपना इस्तीफा दे, ऐसी मांग पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने की है. वे मंगलवार को एक पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे.
डॉ. अनिल बोंडे ने पत्रकार परिषद में कहा कि, 2019 खरीफ के सिजन में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार के कार्यकाल में 128 लाख किसानों ने फसल बीमा निकाला था. जिसमें 85 लाख किसानों को नुकसान भरपाई दी गई थी. 4 हजार 788 करोड रुपए वितरण किये गये थे. बीमा कंपनी को 1,007 करोड का फायदा हुआ था. 2020 खरीफ के सिजन में बीमा कंपनियों को 4,234 करोड रुपए का फायदा हुआ है. राज्य के तथा विदर्भ के सभी फसलों की स्थिति खराब होने पर भी बीमा कंपनियों ने कृषि विभाग के साथ हाथ मिलाकर किसानों के साथ धोका किया है.
नागपुर विभाग में 4 लाख 34 हजार 744 किसानों ने बीमा निकाला था. उसमें से 1 लाख 45 हजार किसानों को 64 करोड रुपए बीमे की राशी का वितरण किया गया था. इसमें 83 हजार किसानों कोे 30 करोड रुपए बीमा राशी का वितरण किया गया. इसमें बीमा कंपनियों को 61 करोड 32 लाख रुपए का फायदा हुआ. इसकी तुलना में 2019 खरीफ के मौसम में नागपुर विभाग में 4 लाख 43 हजार किसानों ने कृषि बीमा निकाला था. जिसमें 3 लाख 31 हजार किसानों को 126 करोड रुपए बिमा राशी प्राप्त हुई.
दोनों ही सरकार के कार्यकाल के कामकाज में काफी अंतर है. ठाकरे सरकार किसान विरोधी है. बीमा कंपनियों को मालामाल करने का काम महाविकास आघाडी सरकार ने किया है, ऐसा आरोप डॉ. अनिल बोंडे ने महाविकास आघाडी सरकार पर लगाते हुए कहा कि, 3 सालों के लिए बीमा कंपनियों के साथ किया गया करार रद्द किया जाए, किसानों को तत्काल नुकसान भरपाई दी जाए और मामलें की संपूर्ण जांच की जाए, ऐसी मांग पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने पत्रकार परिषद में की. इस अवसर पर विधायक टेकचंद सावरकर, विधायक कृष्णा खोपडे, विधायक विकास कुंभारे, भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंदराव राउत उपस्थित थे.