विदर्भ

चलती मोपेड पर युवक की हत्या

संजय गांधी नगर की घटना

* पांच महिने में 6 हत्याओं से दहला शहर

नागपुर/ दि.30 – विरोधी टोली की जानकारी देकर हत्या का प्लान बनाने के संदेह में कुख्यात बदमाश ने चलती मोपेड पर ही चाकू से सपासप वार कर युवक की हत्या कर दी. यह घटना रविवार की रात संजय गांधी नगर परिसर में सामने आयी. पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर टेकानाका नई बस्ती निवासी बदमाश फरदीन उर्फ शेरखान को हिरासत में लिया है. जबकि उसका साथ फरदीन खान फरार है. पुलिस उसको ढुंढ रही है. वहीं मृतक का नाम अब्दुल हमीद नगर निवासी इमरोज उर्फ इम्मु राशिद कुरैशी बताया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार मृतक इम्मु गैरेज में काम करता था. इम्मु व शेरखान दोनों दोस्त थे. इम्मु विरोधी गुट का सूत्रधार कुख्यात माउजर टोली को अपनी जानकारी देता है और माउजर अपनी हत्या का प्लान बना रहा है यह संदेह शेरखान को था. इसलिए शेरखान ने इम्मु के मर्डर का प्लान बनाया. रविवार की रात 11.30 बजे के करीब इम्मु व उसका दोस्त शादाब घर के सामने खडे थे.शेरखान व फरदीन दोनों मोपेड व मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे. काम के सिलसिले में बाहर जाने की बात कहते हुए शेरखान ने इम्मु को बुलाया और इम्मु को मोपेड चलाने के लिए दी. शेरखान मोपेड के पीछे बैठा, वहीं मोटरसाइकिल पर फरदीन व शादाब बैठे. वहां से वे संजय गांधी नगर परिसर में आये. इस बीच चलती मोपेड पर ही शेरखान ने इम्मु के सिने पर चाकू से सपासप वार कर दिये. जिससे इम्मु का मोपेड पर से नियंत्रण छूट गया और वह निचे गिर गया. तभी शेरखान मोपेड पर से कुद गया. जिसके बाद शेरखाने व फरदीन ने फिर से इम्मु पर चाकू से वार किये. इम्मु को खून से सना देख शादाब वहां से भाग निकला. इम्मु की हत्या करने के बाद शेरखान व फरदीन भी वहां से भाग निकले. परिसर के नागरिकों ने यशोदानगर पुलिस को जानकारी दी. जानकारी मिलते ही यशोदानगर पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंची. इम्मु को अस्पताल इलाज के लिए भर्ती किया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर शेरखान को हिरासत में लिया है.

पांच महिने में 6 की हत्या

यशोदानगर परिसर में बदमाशों की दहशत बढ गई हैै. बीते पांच महिनों में यशोदानगर पुलिस थाना अंतर्गत हत्या की 6 वारदातें सामने आयी हैं. पुलिस का कोई भी दबाव नहीं रहने से क्षेत्र में अपराध बढ रहे है. शेरखान के खिलाफ मर्डर सहित सात गंभीर अपराध दर्ज है. कुछ महिने पहले ही वह जेल से बाहर आया था. शेरखान विरोधी टोली के सूत्रधार माउजर की भी हत्या करने के प्रयास में था. पुलिस ने यदि समय रहते ही शेरखान के खिलाफ कार्रवाई की होती तो, इम्मु हत्याकांड टल सकता था.

Related Articles

Back to top button