विदर्भ

भारत में वर्षभर में 127 बाघों की मृत्यु

सर्वाधिक मृत्यु मध्यप्रदेश में; महाराष्ट्र दूसरे क्रमांक पर ; व्याघ्र संरक्षण का बड़ा आव्हान

नागपुर/दि.31 – भारत में बाघों की मृत्यु की आकड़ेवारी तेजी से बढ़ने के साथ ही इस वर्ष 100 से अधिक बाघोंकी मृत्यु हुई है. बाघों की मृत्यु का आकड़ा 127 तक पहुचा है. वर्ष के पूर्वार्ध में 77 तो उत्तरार्ध में 50 बाघों की मृत्यु हुई है. बाघों की सर्वाधिक मृत्यु मध्यप्रदेश में होने के साथ ही महाराष्ट्र दूसरे तो कर्नाटक तीसरे क्रमांक पर है.
व्याघ्रों गणना के दरमियान भारत में बाघों की संख्या बढ़ती दिखाई देने पर भी मृत्यु की बढ़ती आकड़ेवारी से व्याघ्र संरक्षण का बड़ा आव्हान वनविभाग के सामने खड़ा है. बाघों की मृत्यु की आकड़ेवारी राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन के अतिरिक्त महाराष्ट्र में ही वन विभाग ने गत 6 महीने में शिकारी की अनेक घटना उजागर की है. इसमें बाघों के अवयव जप्त किये गए हैं. अन्य राज्यों में भी इस तरह की कार्रवाई की जा रही है. इसलिए बाघों की मृत्यु की आकड़ेवारी अधिक होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. क्ला-कन्झर्वेशन लेन्सेस एंड वाईल्ड लाइफ यह संस्था गत अनेक वर्षों से वन्यजीव क्षेत्र में काम कर रही है. इस संस्था की ओर से बाघों की मृत्यु के संदर्भ में जानकारी संकलित की जाती है. इस संस्था की रिपोर्ट अनुसार भारत में पहले 6 महीने में 86 बाघों की मृत्यु हुई है. इस संस्था की वार्षिक रिपोर्ट नहीं आयी है. इसलिए पहले 6 महीने की आकड़ेवारी को देखते हुए यह आकड़ेवारी भी बड़ी होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. भारत की कुल मृत्यु में 31 बाघिन व 66 बाघों का समावेश है. शेष 28 बाघ है या बाघिन इसकी पहचान नहीं हुई है. बाघों की सर्वाधिक मृत्यु भारत में हुई है. पहले तीन महीने में महाराष्ट्र में सर्वाधिक बाघों की मृत्यु हुई. पश्चात मध्यप्रदेश में बाघों की सर्वाधिक मृत्यु दर्ज की गई. महाराष्ट्र में नये वर्ष की शुरुआत में ही एक बाघिन व तीन बछड़ों का शिकार हुआ था. वर्ष के आखिर में भी बाघिन की मृत्यु हुई. इस संपूर्ण वर्ष में 127 बाघों की मृत्यु दर्ज की गई है.

महीना निहाय मृत्यु     राज्य निहाय मृत्यु
* जनवरी-17                 * मध्यप्रदेश-42
* फरवरी-08                  * महाराष्ट्र-27
* मार्च-22                     * कर्नाटक- 15
* अप्रैल-09                   * उत्तर प्रदेश-09
* मई-12                      * आसाम- 06
* जून-09                     * केरल-06
* जुलाई-07                  * तेलंगना-04
* अगस्त-08                * तमिलनाडु-04
* सितंबर- 05               * बिहार-04
* अक्तूबर-05                * छत्तीसगढ़-04
* नवंबर-14                 * उत्तराखंड-03
* दिसंबर-11                * राजस्थान-01
* पश्चिम बंगाल-01
* आंध्र प्रदेश-01

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