नागपुर/दि.20– राज्य में दिनों दिन अपराध बढ जाने से कारागृह में आनेवाले अपराधियों की संख्या बढ गई है. किंतु कैदियों की तुलना में कारागृह की संख्या कम होने से उसमें डबल टिबल कैदी रखे जाते थे. किंतु अब राज्य में लगभग 15 हजार कैदियों को शामिल करने की क्षमता वाला आधुनिक पध्दति के 13 नये कारागृह तैयार किए जायेंगे.
कारागृह में क्षमता से अधिक कैदी रखने की सूची देशभर में महाराष्ट्र का चौथा नंबर है. पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश- बिहार का नंबर लगता है. फिलहाल राज्य में 60 कारागृह है. उसमें 26 हजार 377 कैदी रख सकते है. इतनी क्षमता है. किंतु कारागृह में क्षमता से अधिक डेढ गुना यानी 40 हजार 485 कैदी है. विगत अनेक दिनों से कारागृह में कैदी में मारपीट तथा युध्द हो रहा था. कारागृह में होेनेवाली घटना टालने के लिए नये 13 कारागृह निर्माण करने का प्रस्ताव मंजूरी की प्रक्रिया में है. फिलहाल राज्य में 9 मध्यवर्ती जेल है. उसमें कल्याण और लातूर मध्यवर्ती कारागृह पर जोर दिया जायेगा. कल्याण और लातूर दोनों जिले में कारागृह थे. परंतु अब मध्यवर्ती कारागृह में परिवर्तित कर दिया है. जिसका उद्घाटन जल्द ही किया जायेगा.
* जमीन अधिग्रहित
हिंगोली, ठाणे, गोंदिया, जलगांव-भुसावल, पालघर, तुर्भे, येरवडा, नगर-नारायणडोह, नांदेड, अलीबाग, बीड, सातारा और सांगली इन जिले में नये कारागृह का निर्माण किया जायेगा. शासन की ओर से जमीन अधिग्रहित की गई है. जल्द ही इस कारागृह के निर्माण कार्य की शुरूआत होगी. सभी कारागृह आधुनिक पध्दति के है. जिसके कारण कैदी भाग जाने और मारपीट करने की घटना पर नियंत्रण होगा.
कैदियों की संख्या बढ जाने से भविष्य में नये कारागृह की आवश्यकता है. जिसके कारण नये कारागृह का प्रस्ताव गृहमंत्रालय को भेजा गया है. हाल ही में कल्याण कारागृह का काम पूरा होने को है.
– अभिताभ गुप्ता, अपर पुलिस महासंचालक, कारागृह विभाग