1318 ध्यानाकर्षण, 9231 प्रश्न व 60 हजार करोड की पूरक मांगे
पहले ही दिन ध्यानाकर्षण प्रस्तावों की हुई बौछार
* नागपुर शीतसत्र में गुंजेंगे कई मामले
नागपुर /दि.1– राज्य विधानमंडल के शीतसत्र हेतु विधायकों की ओर से ध्यानाकर्षण प्रस्तावों व तारांकित प्रश्नों की जमकर बौछार हो रही है. कल गुरुवार से ध्यानाकर्षण प्रश्न स्वीकार करने की शुरुआत हुई और पहले ही दिन दोनों सदनों के लिए 1318 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किए गए तथा 9231 प्रश्न संयुक्त रुप से रखे गए. इसके साथ ही राज्य सरकार इसी अधिवेशन में 60 हजार करोड रुपए की रिकॉर्ड पूरक मांगों को मंजूर करते हुए मार्च माह तक आर्थिक संकट पर मात करने की मनस्थिति में है.
बता दें कि, बुधवार को हुई विधानमंडल की कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में नागपुर का शीतकालीन सत्र 7 से 20 दिसंबर के दौरान चलाने का निर्णय लिया है. साथ ही अधिवेशन खत्म होने से पहले समिति द्वारा अधिकृत तौर पर समाप्ति की तारीख तय की जाएगी. परंतु यह अभी से तय माना जा रहा है कि, इस बार नागपुर शीतसत्र 20 दिसंबर तक ही चलेगा. इस कालावधि के दौरान कुल 10 दिनों का काम होगा और अधिवेशन के पहले ही दिन 60 हजार करोड रुपयों से अधिक की पूरक मांगे पेश की जाएगी. जिन पर 11 व 12 दिसंबर को चर्चा होने की संभावना है. वहीं 8 दिसंबर को मराठा आरक्षण पर चर्चा होगी. इन सबके बीच प्रश्नोत्तर काल के बीच प्रश्न उपस्थित करने और अपने क्षेत्र की समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने को लेकर भी विधायकों के प्रयास जारी है. इसी के तहत दोनों सदनों के विधायकों ने अब तक 1318 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा 9231 तारांकित प्रश्न उपस्थित किए है.
विधानमंडल सचिवालय अब इन सभी प्रस्तावों की समीक्षा करेगा एवं तत्सम प्रश्नों को एक साथ एकत्रित किया जाएगा. अधिवेशन खत्म होने से तीन दिन पहले तक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव स्वीकार किए जाने है. जिसके चलते ऐसे प्रस्तावों की संख्या और भी अधिक बढने की संभावना है. वहीं दूसरी ओर अधिवेशन काल के दौरान कितने विधेयक प्रस्तूत करने है, इसे लेकर अब भी संभ्रम बना हुआ है. इस संदर्भ में राज्य सरकार ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले है. हालांकि अगले एक-दो दिनों में स्पष्ट हो जाएगा, ऐसा माना जा रहा है.
* किस सदन में कितने प्रश्न?
सदन ध्यानाकर्षण प्रश्न
विधानसभा 1064 7413
विधान परिषद 254 1818
कुल 1318 9231