* सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी
नागपुर/दि. 30– केंद्र सरकार बैंकों के साथ जालसाजी न होने के लिए विविध उपाय योजना करने का दावा करती है. लेकिन वर्ष 2023- 24 में देश की 63 बैंकों के साथ करीबन 14 हजार 595. 57 करोड रूपए की जालसाजी हुई है. इसमें से केवल 753. 89 करोड रूपए की वसूली होने की जानकारी सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी में प्रकाश में आयी है.
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधीन देश की सभी राष्ट्रीयकृत व सहकारी बैंक आती है. इसमें से विविध 63 बैंकों की 3 लाख 46 हजार 59 नागरिकों द्बारा 14 हजार 595. 57 करोड रूपए की जालसाजी हुई है. कुल साजी में से केवल 753.89 करोड रूपए वसूल करने में बैंकों को सफलता मिली रहने की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता अभय कोलारकर को सूचना के अधिकार में प्राप्त हुई है. जालसाजी में वापस मिली रकम कुल जालसाजी की तुलना में केवल 5.16% है. इस कारण आम नागरिकों द्बारा बैंक में रखी अन्य 95 प्रतिशत रकम कब वसूल होगी ? यह सवाल इस क्षेत्र के जानकार उपस्थित कर रहे है. अभय कोलारकर ने सूचना अधिकार में आरबीआय को इस प्रकरण में से कुछ में कितने बैंक कर्मचारी शामिल रहने बाबत ही जानकारी मांगी थी. लेकिन जवाब में यह जानकारी उपलब्ध न रहने की बात आरबीआई के केन्द्रीय सार्वजनिक सूचना अधिकारी विनोद कुमार ने कोलारकर को लिखित स्वरूप में दी हैं.
* बैंक में 16.79 लाख कर्मचारी कार्यरत
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधीन रहनेवाली देश की बैंकों मेें वर्ष 2021 में 14 लाख 90 हजार 939 कर्मचारी कार्यरत थे. यह संख्या 2022 में 15 लाख 30 हजार 810 कर्मचारी तथा 2023 में 16 लाख 79 हजार 55 कर्मचारी रहने की बात सूचना अधिकार के तहत सामने आयी है.