विदर्भ

17 वर्षीय युवक की सरस्वती तालाब में डूबने से मौत

देर रात लाश को तलाश ने में रेस्क्यू टीम सफल

चांदुर रेलवे/दि.1 – तहसील के सरस्वती तालाब में राम सतीश रेखवार (17, चांदुरवाडी) नामक युवक डूबने की घटना कल बुधवार की शाम 5.15 बजे घटीत हुई. घटना की जानकारी मिलते ही चांदूर रेलवे के थानेदार मगन मेहते दल के साथ घटनास्थल पहुंचे और जांच कार्य शुरु हुआ. आखिर देर रात शोध व बचाव दल के गोताखोरों ने अंधेरा रहते समय भी उनकी तलाश की. तब राम की लाश ही हाथ लगी. इस घटना से चांदुरवाडी में शोक लहर देखी जा रही है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चांदूर रेलवे शहर के समीप कुछ दूरी पर रहने वाले सरस्वती तालाब में शुभम संजय शिंदे, ऋषिकेश जनार्दन राउत व लखन ज्ञानेश्वर शेलके (चांदुरवाडी) यह तीनों लडके नहा रहे थे, लेकिन उने तैरने नहीं आ रहा था. इस कारण तीनों तालाब के किनारे नहाते समय राम सतीश रेखवार भी वहां नहाने के लिए पहुंचा और उसने पीछे से आकर सीधे तालाब में छलांग लगाई. किंतु छलांग मारने के बाद वह फिर उपर आया ही नहीं. जिससे अन्य लडकों ने यह जानकारी कुछ लोगों को दी. यह खबर चांदुर रेलवे पुलिस को मिलते ही थानेदार मगन मेहते यह पीएसआई विलास धांडे, चालक जगदीश राठोड व होमगार्ड इस दल के साथ ही तत्काल घटनास्थल पहुंचे थे. शुरुआत में इस लडके को तलाश ने का प्रयास किया किंतु वह नहीं मिला. इसके बाद थानेदार मगन मेहते ने यह जानकारी रेस्क्यू टीम को दी और रेस्क्यू टीम को इस काम में लगाया गया.

अथक प्रयासों के बाद शोध व बचाव दल को मिली सफलता

जिलाधिकारी कार्यालय, अमरावती को घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी शैलेश नवाल के आदेश पर तथा निवासी उपजिलाधिकारी नितीन व्यवहारे, जिला आपदा व्यवस्थापन अधिकारी सुरेंद्र रामेकर व पुलिस निरीक्षक मारोती नेवारे के आदेश पर शोध व बचाव दल घटनास्थल रात 7.30 बजे के दौरान पहुंचा और तत्काल बचाव कार्य शुरु किया गया. शाम हो जाने से अंधेरा पडा हुआ था. रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल जाकर जगह का मुआयना किया और गाल की सहायता से लाश का पता लगाने में सफलता हासिल की. किंतु मृत व्यक्ति के शरीर पर कपडे न रहने के कारण और किनारे से लाश काफी दूर रहने से गल को भी लाश लडकने में काफी मुश्किले आ रही थी. पश्चात बचाव दल के गोताखोरों ने पानी में जाकर लाश तलाशने का प्रयास किया. शोध व बचाव दल के गोताखोर यह एक एक कर पानी में डूबकी लगा रहे थे और उपर आ रहे थे. किंतु अंधेरा रहने से लाश कहा डूबी, इसकी निश्चित जगह कौनसी है, यह तलाशना मुश्किल जा रहा था. रेस्क्यू टीम के गोताखोरों ने 2 घंटे किये हुए अथक प्रयासों से आखिर उनके हाथ सफलता लग गई और राम की लाश हाथ लगी. राम की लाश को पानी से बाहर निकालकर पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया. जिलाधिकारी कार्यालय की इस रेस्क्यू टीम ने हेमंत सरकटे, कौस्तुभ वैद्य, अर्जुन सुंदरडे, भुषण वैद्य, आकाश निमकर, देवानंद भुजाडे, दिपक डोलस, उदय मोरे, गौरव जगताप, दीपक पाल, हिरालाल पवार, पंकज येवले आदि कर्मचारियों का समावेश किया गया था.

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