विदर्भ

बिजली की मांग में २ हजार मेगावॅट की वृध्दि

स्थिति पूर्व की तरह आने का संकेत

  • ऊर्जामंत्री का दावा

    नागपुर प्रतिनिधि/दि. ३ – राज्य में गणेशोत्सव दौरान बिजली की मांग १४ हजार से १६ हजार मेगावट थी. अनलॉक ४ के कारण और निर्बंध शिथिल हो गये है. जिसके कारण राज्य में २ हजार मेगावॅट से बिजली की मांग बढ़ी है. यह दैनिक व्यवहार निरंतर होने का संकेत है, ऐसी जानकारी ऊर्जामंत्री डॉ.नितिन राऊत (Energy Minister Dr. Nitin Raut) ने दी.
    राज्य में बिजली की मांग बढ़ते ही महानिर्मित की परली बिजली केन्द्र के २५० मेगावॅट क्षमता का संच क्रमांक ८ और भुसावल बिजली केन्द्र के प्रत्येक ५०० मेगावॅट क्षमता का संच क्रमांक ४ व ५ में से बिजली उत्पादन शुरू है. राज्य के बिजली ग्राहको को बिजली आपूर्ति देने के लिए बिजली कंपनी ने बिजली उत्पादन संच सज्ज रखे. उसी प्रकार तकनीकी यंत्रणा सक्षम रखकर कुशल मनुष्य का सुयोग्य उपयोग करे, ऐसा निर्देश तीनों बिजली कंपनियों के अधिकारियों ने डॉ. राऊत को दिया है.
    राज्यभर में बाढ़ की स्थिति के कारण नुकसानग्रस्त क्षेत्र मेंं विद्युत यंत्रणा पहले की तरह करने का आवाहन महावितरण के सामने है तथा युध्दस्तर पर काम हाथ में लेने का उन्होंने बताया. केन्द्र सरकार ने अनलॉक-४ संबंध में नये नियम जारी करने के बाद राज्य शासन ने ‘मिशन बिगीन अगेन अंतर्गत निर्बंध शिथिल करने का निर्णय लेने से अब पहले की अपेक्षा शासकीय, निमशासकीय कार्यालय शुरू हो गये है. होटल्स, रेस्तरॉ को अनुमति दी गई है. दुकाने, व्यापारी प्रतिष्ठान का समय बढ़ा दिया है. उद्योग आगे बढ़ रहे है. कुल कोविड-१९ और लॉकडाऊन के कारण संपूर्ण समाज के लोगों की मंद हुई गति अब पहले की तरह होने की शुरूआत हो गई है. जिसके कारण बिजली की मांग बढ़ जाने का दिखाई दे रहा है,ऐसा राऊत ने कहा.

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