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दस कर्मचारी निलंबित, 35 बसफेरियां बंद
चांदूर बाजार/दि.20 – एसटी कर्मचारियों व्दारा पिछले दो सप्ताह से विलिनीकरण की मांग को लेकर राज्यव्यापी हडताल की जा रही है. इसी क्रम में चांदूरबाजार बसस्थानक के 217 कर्मचारियों ने भी हडताल में शामिल होकर कामबंद कर दिया. जिसकी वजह से बसस्थानक से एसटी बस की 35 नियमित फेरियां बंद हो चुकी है. जिसमें 48 लाख रुपए का नुकसान हुआ है ऐसी जानकारी बसस्थानक व्यवस्थापक आशा वासनिक व्दारा दी गई.
बसस्थानक व्यवस्थापक आशा वासनिक ने कहा कि, सभी हडताली कर्मचारियों को काम पर लौट आने की सूचना दी गई है. किंतु वे अपनी मांग पर अडे है शासकीय कर्मचारियों की तर्ज पर वेतन लागू हो साथ ही महामंडल का राज्य शासन में विलिनीकरण किया जाए इसके लिए चांदूर बाजार बसस्थानक के कर्मचारियों व्दारा 7 नवंबर से अचानक कामबंद आंदोलन कर दिया गया था. जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
चांदूर बाजार बसस्थानक के कर्मचारी अब भी अपनी मांगों को लेकर अडे हुए है. अब तक एसटी महामंडल का 48 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हो चुका है. महामंडल व्दारा दस नियमित रुप से कार्यरत हडताली कर्मचारियों का निलंबन भी किया जा चुका है. बसस्थानक के 217 कर्मचारी हडताल पर है. बसस्थान में एक अस्थायी तौर पर कर्मचारी है. जिसे भी काम पर लौटने का आदेश दिया गया है नियमित कर्मचारी अब भी आंदोलन में डटे हुए है.
निजी वाहन चालकों की मनमानी
पिछले 7 नवंबर से एसटी कर्मचारियों के कामबंद आंदोलन किए जाने की वजह से बसस्थानक के सामने निजी वाहनों की कतारें लगी हई है. यात्रियों को अपने गतंव्य तक पहुंचने हेतु निजी वाहनों का ही सहारा लेना पड रहा है किंतु निजी वाहन चालक यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूल कर रहे है. एसटी कर्मियो ंकी हडताल का असर जेष्ठ नागरिकों पर हो रहा है. उनकी जेब पर अतिरिक्त भार पड रहा है एसटी बस के किराए की तुलना में दोगुना तीगुना किराया वसूला जा रहा है. शासन व्दारा जल्द पर्यायी मार्ग निकालकर एसटी कर्मचारियों की हडताल समाप्त करवाए ऐसी मांग सर्वसामान्य यात्रियों व्दारा की जा रही है.