विदर्भ

अनुदान न मिलने से विदर्भ की 30 गौशाला बंद

50 से अधिक गौशाला बंद होने की कगार पर

नागपुर/ दि. 5- प्रत्येक जिले में गौशाला निर्माण हो, ऐसी घोषणा सरकार ने की थी. किंतु विदर्भ की अधिकांश गौेशाला की आर्थिक स्थिति को देखकर मवेशियों को संभालना कठिन हो गया है. विगत दो वर्ष में 225 में से 30 गोशाला बंद हो गई है. किंतु 50 से अधिक अनुदान न मिलने से बंद होने की कगार पर है.
हाल ही में राज्य में 518 गौशाला है. उसमें 225 इस विदर्भ में है. उसमें अनेक गौशाला की आर्थिक स्थिति दयनीय है. विविध दानदाताओं की ओर से सहायता कम मिलने से मवेशियों का ध्यान रखना कठिन हो गया है.
विदर्भ में मवेशियों की अधिक संख्या को ध्यान में रखकर आघाडी सरकार ने गौवंश संवर्धन केन्द्र शुरू करने की घोषणा करके उन्हें अनुदान देने का घोषित किया था. आदेश भी निकाला गया. परंतु उन पर अमल नहीं किया गया. जानवरों के पालनपोषण के लिए गौशाला चलानेवाले खर्च नहीं उठा सकते. जिसके कारण गौशाला चलाना कठिन हो गया है.
पूर्व पशुसंवर्धन मंत्री महादेव जानकर की अध्यक्षता में चयन समिति ने युती के समय अनुदान के लिए 107 गौशाला का चयन किया था. परंतु अभी तक उन्हें अनुदान मंजूरी का पत्र नहीं मिला.

राज्य सहित विदर्भ में गौशालाओं को अनुदान न मिलने के कारण दो वर्ष मे 30 गौशाला बंद हो गई है. चारा महंगा हो गया है. जानवरों पर होनेवाला खर्च पूरा करना गौशाला चलानेवालों के लिए मुश्किल हो गया है. राज्य सरकार यदि देश की गौसेवा आयोग स्थापित करे तो गौशाला को अनुदान मिलेगा.
डॉ. सुनील सूर्यवंशी,

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