* चालिसगांव का साथी पकडा गया
नागपुर/ दि.16 – वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और न्यायपालिका के वरिष्ठों के नाम से सुपारी व्यापारी ने फिरौती वसूल करने के मामले में पुलिस ने दो हवाला व्यापारी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. नरेश परमार और रतन राणा (हवाला), इसी तरह संतोष मानधनिया यह गिरफ्तार किये गये तीनों के नाम है.
परमार और राणा इतवारी, गांधीबाग में हवाला का व्यवसाय करते है और संतोष चालीसगांव (खान्देश) में हवाला चलाता है. इस मामले का मुख्य आरोपी सौरभ केसवानी फरार है. सुपारी व्यापारी अनुप महेशचंद्र नगरिया को 27 जनवरी के दिन पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसे जेल रवाना करने के बाद आरोपी मनोज वंजानी और अशोक वंजानी ने अनुप के इंदौर (मध्यप्रदेश) निवासी बडे भाई अनिल को ‘अब तेरा भाई जेल से कभी बाहर नहीं आयेगा, उसे बाहर निकालना है तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और न्याय पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों को रुपए देना होगा.’ ऐसा कहकर 60 लाख रुपए की फिरौती मांगी. यह काम जलगांव का सौरभ केसवानी कर देगा, ऐसा बोलकर सौरभ के वॉट्सएप कॉल पर नगरिया के साथ बात कराई. उसपर विश्वास रखकर नगरिया ने 30 जनवरी को वंजानी के मेयो चौक स्थित वासनवाईन शॉप में 30 लाख रुपए लाकर दिये. बाद में 30 लाख रुपए सौरभ केसवानी के पास पहुंचाये गए.
इस बीच अनुप नगरिया को जमानत मिल गई और आरोपी उसके व उसके भाई के पीछे 30 लाख रुपए पाने के लिए बार बार कहने लगा. नगरिया ने अपने व्यापारी मित्र से यह बात बताई. इसकी भनक पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार को लगी. अमितेशकुमार ने नगरिया की जांच की. उन्हें इस पुरे मामले की जानकारी देकर सोमवार को शिकायत दर्ज कराई. इसपर तहकीकात कर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया. वंजानी बंधुओं ने दी जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम चालीसगांव, जलगांव, सुरत में पहुंची. इधर परमार और राणा को गिरफ्तार किया ग या और उधर चालीसगांव में मानधनी पकडा गया. उन्हें कल नागपुर लाकर अदालत में पेश किया गया.
हवाला दलालों में हडकंप
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सेटिंग करा देने का कहकर शहर में कई दलाल घुम रहे है. इन दलालों में से अधिकांश दलाल हवाला, सुपारी इसी तरह गैर काम करने वाले लोगों से संबंधित है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के दालान में बैठकर उनके नाम से सुपारी लेने में वे लोग माहिर है. इस कार्रवाई के कारण दलालों का रहस्य पर्दाफाश हो सकता है, यह बात समझ में आने पर शहर के हवाला और सुपारी व्यवसायी ही नहीं बल्कि अवैध व्यापार में लिप्त दलालों में भी हडकंप मच गया है.