धामणगांव रेलवे/दि. ४ – केंद्र सरकार के एफएमडी उपक्रम के अंतर्गत जिले के मवेशियों का टीकाकरण करने के साथ टैग लगाने की प्रक्रिया भी शुरु की गई है. इसके तहत तहसील के धामणगांव, मंगरुल दस्तगीर, तलेगांव दशासर, अंजनसिंगी, कावली, झाडगांव, हिरपुर के पशु स्वास्थ्य अस्पताल अंतर्गत ३६ हजार मवेशियों को टीका लगाकर टैग लगाया जाएगा.
इस अभियान के लिए पशु स्वास्थ्य अधिकारी विलास पकडे, प्रणिता पानतावने, मनोज धवने, गोपाल तायडे, विजय देशमुख, विवेक लकडे, शंकर माष्णाना मुत्तेलवार, अकर्ते आदि परिश्रम कर रहे है. जिले में ५ लाख ९४ हजार पशुओं को टीका तथा टैग लगाया जाएगा. मवेशियों के मुंह और पैर की बीमारी (एफएमडी) भेड, बकरियों, गायों तथा भैसों जैसे खुरवाले मवेशियों में सबसे ज्यादा संक्रमक बीमारी है. इस बीमारी में बुखार, दुध उत्पादन में कमी, पैरों व मुंह में छाले, छालों के कारण लंगडापन, मुंह से लार टपकना जैसे लक्षण दिखाई देते है. केंद्र सरकार की पहल के अनुसार जिले में ५ लाख ९४ हजार पशुओं में १ लाख ८१ हजार, गोवंशीय तथा २ लाख ७२ हजार बकरी और ७१ हजार भेड का टीकाकरण किया जाएगा. हर मवेशियों के कानों को टैग लगाने की नई पध्दति शुरु किये जाने से बिना टैग किये टीकाकरण भी नहीं किया जाएगा. इसके लिए आधारकार्ड जितना महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण होगा यह टैग. जिला पशुपालन अधिकारी डॉ.विजय रहाटे ने बताया कि अगर कोई मवेशी चोरी हो जाता है या उसे बुचड खाने ले जाया जाता है तो मवेशी और उसके मालिक की पूरी जानकारी कम्प्यूटर में दर्ज रहेगी.