विदर्भ

चारे से 42 मवेशियों को विषबाधा

7 जानवरों की मौत, 35 मवेशियों की जान बची

मोर्शी/दि.23 – समीपस्थ तलनी स्थित गांवधन चराई क्षेत्र में चरवाहे के साथ चराई हेतु भेजे गए पालतू मवेशियों में से 42 मवेशियों को विषाक्त चारा खाने की वजह से विषबाधा हो गई. जिसमें से 7 जानवरों की जगह पर ही मौत हो गई. वहीं पशु वैद्यकीय टीम द्बारा भरी धूप के बीच जंगल में किए गए अथक परिश्रम की वजह से 35 जानवरों की जान बच गई.
मिली जानकारी के मुताबिक तलनी निवासी एक चरवाहा विगत 22 मई को हमेशा की तरह सुतगिरणी परिसर निवासी पशु पालकों की गायों को चराई हेतु लेकर गया था और जब यह सभी मवेशी गांवधन परिसर में चराई कर रहे थे, तो सुबह 11 बजे के आसपास करीब 15 से 20 एकड क्षेत्र में फैले इस चराई क्षेत्र में कुछ गाये जमीन पर गिरकर अपने चारो पैर घिस रही है, ऐसा चरवाहे के ध्यान में आया. इसमें से कुछ गायों की मौत भी हो चुकी थी. यह बात ध्यान में आते ही चरवाहे ने तुरंत इसकी जानकारी ग्रामपंचायत को दी और सरपंच जयश्री पांडे, उपसरपंच कैलास निकम, ग्राम सचिव रामकिसन तागडे व ग्रापं कर्मी सतीश लबडे व विशाल वानखेडे सहित कई गांववासी मौके पर पहुंचे. इस समय तक मोर्शी के सहायक पशु संवर्धन आयुक्त डॉ. आर. एस. पेठे व पशुधन विस्तार अधिकारी डॉ. पवार के मार्गदर्शन में डॉ. पंकज भोकसे, डॉ. पुजा बहुरुपी, डॉ. विजय निकम, डॉ. पराग चिमोटे तथा श्यामसुंदर निकम व ऋषि शहाणे सहित ब्राह्मणवाडा, गोविंदपुर, शिरखेड व मोर्शी के पशु चिकित्सकों की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जंगल परिसर में ही तेज धूप व भीषण गर्मी के बीच सभी जानवरों का इलाज करना शुरु किया. जिसके चलते करीब 35 जानवरों की जान बचायी जा सकी. वहीं मृत जानवरों का पोस्टमार्टम भी किया गया. जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद इन जानवरों की मृत्यु एवं विषबाधा होने की निश्चित वजह समझमे आएगी.

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