विदर्भ

426 पन्ने की चार्जशीट, 64 सुनवाई व 29 गवाही

9 को अंकिता हत्याकांड में फैसला

* अंकिता की मौत की तारीख से एक दिन पहले आयेगा निर्णय
* हिंगणघाट की घटना ने पूरे राज्य में मचाया था हडकंप
वर्धा/दि.5– समूचे राज्य में हडकंप मचा देनेवाले हिंगणघाट के अंकिता हत्याकांड के मामले की सुनवाई अब पूरी हो चुकी है तथा आगामी 9 फरवरी को इस मामले में अदालत द्वारा अपना फैसला सुनाया जाना है. बता दें कि, दो वर्ष पूर्व 3 फरवरी को अंकिता को आरोपी विकेश नगराले ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था. पश्चात एक सप्ताह तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झुलने के बाद 10 फरवरी को अंकिता की इलाज के दौरान मौत हुई थी. इससे ठीक दो वर्ष बाद 10 फरवरी से ठीक एक दिन पहले 9 फरवरी को इस मामले में अदालत द्वारा अपना फैसला सुनाया जाना है. ऐसे में सभी की निगाहें इस समय अदालत के फैसले की ओर लगी है.
बता दें कि, हिंगणघाट के स्व. आशा कुणावार महिला महाविद्यालय में अंकिता नामक महिला प्राध्यापिका वनस्पती शास्त्र विषय पढाया करती थी और 3 फरवरी की सुबह बस में सवार होकर अपने गांव से हमेशा की तरह हिंगणघाट पहुंची थी. जिस समय वह नंदुरी चौक से अपने कॉलेज की ओर जा रही थी, तभी पहले से घात लगाये बैठे विकेश नगराले ने अंकिता पर पेट्रोल डालकर उसे जला दिया. इसमें गंभीर रूप से जली अंकिता पर नागपुर के अस्पताल में इलाज शुरू किया गया. किंतु एक सप्ताह बाद 10 फरवरी को अंकिता की मौत हो गई. इस घटना को लेकर पूरे राज्य में जबर्दस्त रोष व संताप की लहर फैल गई थी तथा आरोपी को कडी से कडी सजा दिये जाने की मांग जोर पकड रही थी. इस मामले में महिला जांच अधिकारी के तौर पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी तृप्ती जाधव ने महज 19 दिनों के भीतर अपनी जांच पूरी करते हुए चार्जशीट पेश कर दी और 28 फरवरी को आरोपी विक्की उर्फ विकेश नगराले के खिलाफ करीब 426 पन्नों की चार्जशीट हिंगणघाट के प्रथम श्रेणी न्यायालय में दाखिल की गई. इस समय तक आरोपी विक्की नगराले को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत में लिया जा चुका था. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पीडित पक्ष की ओर से पैरवी करने हेतु अभियोजन पक्ष द्वारा विशेष सरकारी अभियोक्ता के तौर पर एड. उज्वल निकम की नियुक्ति की गई थी और इस मामले की पहली सुनवाई 4 मार्च 2020 को हिंगणघाट के अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायालय में हुई थी. तब से लेकर अब तक इस मामले में 64 सुनवाई हो चुकी है. जिसमें से 34 तारीखों पर खुद एड. उज्वल निकम उपस्थित हुए. वहीं प्रत्येक सुनवाई में एड. दीपक वैद्य ने अभियोजन पक्ष की ओर से युक्तिवाद किया. इस मामले में पुलिस के पास कुल 77 गवाह थे. जिनमें से 29 गवाहों की गवाही दर्ज की गई. ऐसे में दोनों पक्षों का युक्तिवाद सुनने के बाद अदालत में अब इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है तथा अदालत द्वारा फैसला सुनाने के लिए आगामी 9 फरवरी की तारीख तय की गई है. ऐसे में क्या फैसला आता है इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.

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