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उर्जा मंत्री की नरमी व विभाग की गर्मी के बीच झुलस रहे महावितरण के अधिकारी
नागपुर/दि.7 – कोरोनाकाल में बिजली बिल की वसूली समाधानकारक नहीं होने से महावितरण का पारा चढ गया है. नागपुर जोन में 30 नवंबर तक 5 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं पर 47.41 लाख से ज्यादा का बिल चढ गया. उर्जा मंत्री डॉ. नितीन राउत की नरमी और विभाग की गर्मी के बीच वसूली में लगे अधिकारी-कर्मचारी पिस रहे हैं.
इस बीच महावितरण की ओर से 40 हजार उपभोक्ताओं से गुजारिश की गई, जिसे दस हजार उपभोक्तओं ने प्रतिसाद देते हुए लगभग एक हजार करोड का भुगतान किया. महावितरण के प्रादेशिक संचालक कार्यालय की तरफ से बकायेदारों का जो डाटा जारी हुआ है उस पर नजर डालें तो नागपुर जोन (नागपुर शहर, ग्रामीण व वर्धा जिला) में पाच लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया. इन पर 47.41 लाख से ज्यादा बिल बकाया है. महावितरण की तरफ से 40 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं से संपर्क कर बिल भरने की गुजारिश की गई. दस हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने महावितरण की गुजारिश को प्रतिसाद देते हुए करीब 1 हजार करोड का बिजली बिल का भुगतान किया. बकाया बिजली बिल वसूली की सुस्त गति को देखकर प्रादेशिक संचालक कार्यालय बेहद नाराज हैं और सख्त रूख अपनाते हुए वसूली में तेजी नहीं आने पर एसीआर प्रभावित करने की चेतावनी दी है. उधर उर्जा मंत्री डॉ. नितीन राउत ने उपभोक्ताओं पर सख्ती नहीं करने व कनेक्शन नहीं काटने को कहा है. वसूली में लगे अधिकारी-कर्मचारी संकट में पड गए हैं कि, मंत्री या विभाग किसकी बात माने.
कानून ने अटकाया रोडा
भारतीय विद्युत कायदा 2003 की धारा 56 (1) के अनुसार बकायेदारों को पंद्रह दिन का नोटीस देना होता है. इसके बाद अस्थायी रूप से कनेक्शन काटा जा सकता है. बगैर नोटीस के कनेक्शन काटना महंगा साबित हो सकता है. अधिकारी गुजारिश करने के बाद अब नोटीस देेकर उपभोक्ताओं से बिल भुगतान में सहयोग मांग रहे हैं. बिल वसूली में लगे कर्मचारियों पर हमले होने का नागपुर शहर का इतिहास है, इसलिए कर्मचारी सतर्क होकर काम कर रहे हैं.
उपभोक्ता बिल भुगतान में सहयोग करें
महावितरण ने कोरोनाकाल में भी उपभोक्ताओं को अखंडित बिजली आपूर्ति की. बिजली का जितना उपयोग किया, उस हिसाब से उपभोक्ताओं को बिजली बिल भेजे गए. उपभोक्ताओं ने बिल का भुगतान कर महावितरण को सहयोग करना चाहिए. उपभोक्ताओं की शंका व समस्या समाधान करने के लिए महावितरण तैयार है. अधिकारी ज्यादा से ज्यादा बिल की वसूली पर जोर दे रहे है.
– अजित ईगतपुरीकर
जनसंपर्क अधिकारी, महावितरण, नागपुर.